
टैक्स्ट बुक ऑफ फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग किताब का हुआ विमोचन
इटावा :- सर मदनलाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (एसएमजीआई) के काॅलेज ऑफ फार्मेसी ने बी फार्मा के छात्रों के लिए विषय को आसानी से समझने वाली एक किताब का विमोचन किया है। काॅलेज के डायरेक्टर, रजिस्ट्रार व प्रोफेसर के सहयोग से संपादित टैक्स्ट बुक ऑफ फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग नामक इस किताब में 11 चैप्टर हैं। जिसमें कई
इटावा :- सर मदनलाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (एसएमजीआई) के काॅलेज ऑफ फार्मेसी ने बी फार्मा के छात्रों के लिए विषय को आसानी से समझने वाली एक किताब का विमोचन किया है।
काॅलेज के डायरेक्टर, रजिस्ट्रार व प्रोफेसर के सहयोग से संपादित टैक्स्ट बुक ऑफ फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग नामक इस किताब में 11 चैप्टर हैं। जिसमें कई चित्रों के साथ फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डाला गया है। किताब के विमोचन पर ग्रुप के चेयरमैन विवेक यादव ने किताब संपादन से जुड़ी टीम को बधाई दी है।
एसएमजीआई के डायरेक्टर डा. उमा शंकर शर्मा ने किताब के विमोचन अवसर पर बताया कि यह किताब एसएमजीआई काॅलेज ऑफ फार्मेसी के असिस्टेंट प्रो. रेहान उद्दीन ने इस किताब को संजोया है।
जिसमें बीएन काॅलेज ऑफ फार्मेसी उदयपुर के असिस्टेंट प्रो. जितेन्द्र सिंह राजावत के अनुभवों का भी संकलन है। दिल्ली स्थित इन्नोवेटिव पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित इस किताब की संपादकीय टीम में एसएमजीआई के डायरेक्टर डा. उमा शंकर शर्मा के दिशा-निर्देशन में विषय को आसानी से समझने वाले तथ्यों को सचित्र प्रकाशित किया गया है।
ग्रुप के डायरेक्टर डा. उमा शंकर शर्मा व रजिस्ट्रार परविंदर सिंह ने इस किताब का विमोचन करते हुए प्रो. रेहान उद्दीन को बधाई दी। रेहान उद्दीन ने सभी का आभार जताते हुए। किताब की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह किताब भारत देश के सभी बी फार्मा तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के पूरे सेलेबस के लिये उपयोगी है।
इस किताब की भाषा छात्रों के लिये काफी सरल है। आसान चित्रों द्वारा किताब में प्रक्रियाओं का वर्णन किया गया है। प्रत्येक चेप्टर के अंत में प्रश्न भी दिए गए हैं ताकि छात्र परीक्षा में पूर्ण रूप से तैयार हो कर जायें। बता दें कि रेहान उद्दीन ने मात्र 26 वर्ष की उम्र में 10 पुस्तकें लिख दी हैं।
जिनमें से पांच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। डायरेक्टर डा. उमा शंकर शर्मा ने बताया कि इस वर्ष से एसएमजीआई के छात्रों के लिए अलग से विशेष कक्षा का आयोजन किया जायेगा जिसमें छात्रों को पुस्तक लिखना सिखाया जाएगा ताकि वे पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी अर्जित कर सकें साथ ही आने वाले करियर में इस गुण का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि एसएमजीआई शिक्षा गुणवत्ता को ऊंचाइओं तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट शिवम दुबे