राज्यस्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता में 200 शिक्षकों ने लिया प्रतिभाग

राज्यस्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता में 200 शिक्षकों ने लिया प्रतिभाग

आजमगढ़। काशी में मिशन शिक्षण संवाद के अंतर्गत 2 दिवसीय राज्यस्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला में प्रदेश के 75 जिलों से आए 200 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला में समस्त जिलों से आए हुए शिक्षकों ने अपने अपने जिले में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बदलाव एवं शैक्षणिक नवाचारों को पीपीटी के

आजमगढ़। काशी में मिशन शिक्षण संवाद के अंतर्गत 2 दिवसीय राज्यस्तरीय शैक्षणिक गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला में प्रदेश के 75 जिलों से आए 200 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला में समस्त जिलों से आए हुए शिक्षकों ने अपने अपने जिले में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बदलाव एवं शैक्षणिक नवाचारों को पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया।

इसी क्रम में आजमगढ़ के शिक्षकों द्वारा जनपद में हो रहे विद्यालय विकास, शैक्षणिक गुणवत्तापूर्ण कार्य, पुरातन छात्र सम्मान, शिक्षक उन्नयन कार्यशाला/टीएलएम मेला, आईसीटी, ई पाठशाला, सामुदायिक शिक्षण व कायाकल्प के क्रम में हो रहे कार्यों व नवाचारों को राज्यस्तरीय कार्यशाला के मंच से प्रस्तुत किया गया। उपस्थित मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह जी द्वारा जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी अम्बरीश यादव समस्त खंड शिक्षा अधकारियों व शिक्षकों के प्रयासों की प्रशंसा की गई। जनपद के मोहल्ला शिक्षण/ सामुदायिक शिक्षण समस्त विकास खंड में चल रहे मिशन प्रेरणा शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला का विशेष प्रभाव अन्य जनपदों पर रहा। कई शिक्षकों ने अपने जनपदों में ऐसे टी.एल.एम. मेले के आयोजन कराने का प्रण लिया। शिक्षकों को वाराणसी के अपना विद्यालय अपना घर के अंतर्गत सेवापुरी व अराजी लाइन्स विकास खंड के विद्यालयों का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। आजमगढ़ जनपद से प्रतिभाग कर रहे शिक्षक डॉ सदाशिव तिवारी, अभिमन्यु यादव, अनिल कुमार, सुमनलता मौर्य को मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर एवम् जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वाराणसी राकेश सिंह द्वारा उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

राज्यस्तरीय इस कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने प्रदेश के समस्त जनपदों से आए हुए शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि“शिक्षक अपने अंदर के जज्बे और जुनून को ऐसे ही बनाए रखें। पूरे सेवाकाल में इसी जुनून के साथ कार्य करें। शिक्षक अपनी अंतरात्मा की आवाज सुने और सदैव छात्रों के हित में कार्य करते रहें। गुरु का स्थान ईश्वर से भी बड़ा होता है।“ उन्होंने खुले मंच से मिशन शिक्षण संवाद द्वारा आयोजित इस कार्यशाला की सराहना की।

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इसी क्रम में राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि “इस समय अपनी क्षमता संवर्धन का कार्य कर रहे सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं।“बेसिक शिक्षा अधिकारी वाराणसी राकेश सिंह ने कहा कि मिशन शिक्षण संवाद एक ऐसा मंच है जो शिक्षकों को स्वयं से प्रेरित करके बेसिक शिक्षा में उत्थान के लिए अनवरत प्रयासरत है। “बेसिक शिक्षा अधिकारी ने राज्य के समस्त जनपदों से आए हुए शिक्षकों के कार्यों की पी. पी .टी. देख उनकी भूरि भूरि प्रशंसा की।

रिपोर्ट : शैलेंद्र शर्मा

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