
धूमधाम से मनाया गया जगद्गुरु रामानंदाचार्य महोत्सव
वृन्दावन- जगद्गुरु रामानन्दाचार्य जयंती महोत्सव पर गुरुवार को ख्यातिलब्ध सन्त,महन्त,विद्वतजनों ने स्वामी रामानन्दाचार्य के चित्रपट पर पुष्पार्चन कर भावजंलि अर्पित की। सायंकाल भव्य शोभायात्रा का नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। प्राचीन सिद्धस्थली सुदामाकुटी में श्री रामानन्दी वैष्णव सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में जगद्गुरु रामानन्दाचार्य जयंती महोत्सव का आयोजन विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठानों के
वृन्दावन- जगद्गुरु रामानन्दाचार्य जयंती महोत्सव पर गुरुवार को ख्यातिलब्ध सन्त,महन्त,विद्वतजनों ने स्वामी रामानन्दाचार्य के चित्रपट पर पुष्पार्चन कर भावजंलि अर्पित की। सायंकाल भव्य शोभायात्रा का नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। प्राचीन सिद्धस्थली सुदामाकुटी में श्री रामानन्दी वैष्णव सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में जगद्गुरु रामानन्दाचार्य जयंती महोत्सव का आयोजन विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठानों के साथ आयोजित किया जा रहा है।
आज जयंती दिवस पर प्रातःकाल से धार्मिक अनुष्ठानों की धूम मची रही। वेदपाठी विप्रो द्वारा उच्चरित वैदिक ऋचाओ के मध्य सन्त महन्त विद्वतजनों द्वारा जगद्गुरु रामानन्दाचार्य के साथ द्वादश भागवतों , आचार्य वर नाभादास,सन्त तुलसीदास, सन्त अग्रदास की प्रतिमाओं का पूजन अर्चन किया गया। श्री महन्त सुतीक्ष्ण दास महाराज व महन्त अमरदास महाराज के सान्निध्य में भावजंलि अर्पित करते हुए कहा कि जगद्गुरु रामानन्दाचार्य महाराज भारतीय धर्म जगत के ऐसे देदीप्यमान नक्षत्र है। जिनके अलौकिक प्रकाश से संपूर्ण समाज जगमग है। उनके द्वारा बताए गए धर्म मार्ग का सभी को अनुसरण करना चाहिए।
सायंकाल सुदामाकुटी आश्रम से भव्य नगर शोभायात्रा निकाली गयी। सबसे आगे विघ्नविनाशक गणपति गणेश की सवारी थी। उसके पीछे पुष्पो से सुसज्जित रथ में भगवान श्री राधाकृष्ण व श्री राम जानकी,लक्ष्मण जी,भरत जी ,शत्रुघ्न जी हनुमतलला के स्वरूप के साथ विराजमान थे।
इसी क्रम में पुष्पो के डोले में साकेतवासी तपनिष्ठ सन्त सुदामादास महाराज का श्री विग्रह विराजमान था।भक्तो की टोली ढोल मृदङ्ग,व बैंडबाजों की धुन पर मदमस्त होकर नृत्य करते चल रही थी। शोभायात्रा का स्थान स्थान पर नगरवासियों द्वारा पुष्पवर्षा एवं आरती उतारकर भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा सुदामाकुटी से प्रारंभ होकर ज्ञान गुदड़ी, गोपीनाथ बाजार, पत्थरपुरा, नगरपालिका चोराहे,अनाजमंडी, वनखण्डी, लोई बाजार होते हुए पुनः आश्रम परिसर पहुंची। जहां भक्तो द्वारा आकर्षक आतिशबाजी की गई। जिसका क्षेत्रवासियों ने भरपूर लुत्फ उठाया।
रिपोर्ट: ब्यूरो राहुल ठाकुर