
बिना रोस्टर के बिजली कटौती से बढ़ रहा जनाक्रोश
रूपईडीहा(बहराइच)। सूबे के मुखिया द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को 18 घंटे बिजली देने का फरमान सुनाया था, लेकिन हकीकत में ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं। खासतौर से रात में बिजली कटौती न करने के सख्त निर्देश दिये थे। लेकिन इन आदेशों को धता बताकर क्षेत्र में अंधाधुंध बिजली कटौती की जा रही
रूपईडीहा(बहराइच)। सूबे के मुखिया द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को 18 घंटे बिजली देने का फरमान सुनाया था, लेकिन हकीकत में ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं। खासतौर से रात में बिजली कटौती न करने के सख्त निर्देश दिये थे। लेकिन इन आदेशों को धता बताकर क्षेत्र में अंधाधुंध बिजली कटौती की जा रही है। विद्युत उपखंड नानपारा अंतर्गत कस्बे सहित ग्रामीण फीडर रूपईडीहा,बाबागंज पर आपूर्ति के लिए निर्भर उपभोक्ताओं को मनमानी अघोषित बिजली कटौती की वजह से दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। गत कुछ दिनों से क्षेत्र में बिजली कटौती काफी बढ़ गई है, जिससे क्षेत्रवासी बेहाल हैं।
कस्बा रूपईडीहा में जहां 18 घंटे आपूर्ति मिलनी चाहिए, लेकिन यहां औसतन 8-10 घंटे बिजली ही नसीब हो पा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री के आदेशों को विद्युत उपखंड नानपारा अवहेलना कर रहा है । सबसे ज्यादा परेशानी रात की अघोषित बिजली कटौती से है। उमस भरी गर्मी और मच्छरों के प्रकोप से लोग परेशान हैं। रात को बिजली कटने से बच्चों के बिलखने की आवाजें गूंजती रहती हैं। लोग बीमार हो रहे हैं। लोगों की दिनचर्या अस्त व्यस्त हो गई है और अवसाद के शिकार हो रहे हैं। इस समस्या को लेकर जनाक्रोश बढ़ रहा है। बिजली कटौती से परेशान लोगों का कहना है कि योगी सरकार से उनको काफी उम्मीदें थी कि अब क्षेत्र में अच्छी बिजली आपूर्ति मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है।
रिपोर्ट रईस