बारिश ने प्राकृतिक सौंदर्य में लगाए चार चांद

बारिश ने प्राकृतिक सौंदर्य में लगाए चार चांद

मानिकपुर(चित्रकूट):- दो दिनो से जंगलो मे हो रही वारिस से शबरी प्रपात पर्यटको का मन मोह रही । तहसील के शबरी जल प्रपात इन दिनों पर्यटको के लिए रोचंक बना हुआ है । पाठा के बरदहा नदी पर स्थिति पाठा का नियाग्रा कहा जाने वाला शबरी जलप्रपात पर्यटको के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ

मानिकपुर(चित्रकूट):- दो दिनो से जंगलो मे हो रही वारिस से शबरी प्रपात पर्यटको का मन मोह रही ।  तहसील के शबरी जल प्रपात इन दिनों पर्यटको के लिए रोचंक बना हुआ है । पाठा के बरदहा  नदी पर स्थिति पाठा का  नियाग्रा कहा जाने वाला शबरी  जलप्रपात पर्यटको के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है बारिश के मौसम में   विहंगम दृश्य की वजह से लोगो का मन मोह लेता है  मानो  जमीन पर बादलों का एहसास करा रहा  साथ ही गहराई में खो जाती है । मानिकपुर तहसील के  विंध्य पर्वत के टिकारिया जमु निहाई जंगल से सटा बभिया जंगल के शबरी जल  प्रपात इन दिनो जल प्रपात  की  त्रि- धारा जलधारा  हो जाती है इसलिए इसे  पाठा का नियाग्रा भी कहते है थोड़ी थोड़ी दूर पर एक साथ तीन जल धाराएं नीचे गिरने से दृश्य और भी मनोहारी हो जाता है जल धारा के वेग और प्रचंड सोर से अन्तर्मन की तार झंकृत हो जाती है ।

पहली ही बरसात मे शबरी जल प्रपात के अलावा निही चरैया के बेधक जल धारा व हनुमान जी ,  धारकुण्डी के विराधकण्ड , मऊ गुरदरी के राघव प्रताप इन दिनो मनोहर बने हुए है । इन दिनो आस पास के अलावा सैकडो के तदाद मे पर्यटको का आना जाना शुरु हो गया है  । समाज सेवी कमलेश कुमार मिश्रा ने कहां कि पाठा के शबरी जल प्रपात समेत सभी दर्शनिक स्थलो को पर्यटक मानचित्र मे शमिल किए जाने की मांग प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ से की है ।

रिपोर्ट : शेषमणि गुप्ता

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