
पुरानी परम्परा के साथ बैलगाड़ी पर निकली डोली , 11 बैलगाड़ियों पर आई थी बारात
देवरिया : जहां आज के आधुनिक समाज में दुल्हा लग्जरी वाहन से बारात लेकर निकलता है,वहीं आज उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक बारात पुरानी परम्परा का निर्वहन करते हुए बैलगाड़ी से जहां बारात निकली,वहीं दुल्हा लग्जरी वाहन से परहेज करते हुए डोली में बैठकर पुरानी परम्परा की याद ताजा कर दी। रविवार को विकास
देवरिया : जहां आज के आधुनिक समाज में दुल्हा लग्जरी वाहन से बारात लेकर निकलता है,वहीं आज उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक बारात पुरानी परम्परा का निर्वहन करते हुए बैलगाड़ी से जहां बारात निकली,वहीं दुल्हा लग्जरी वाहन से परहेज करते हुए डोली में बैठकर पुरानी परम्परा की याद ताजा कर दी।
रविवार को विकास खंड रामपुर कारखाना गांव के कुशहरी के रहने वाले छोटेलाल पाल धनगर मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में आर्ट डिपार्टमेंट में काम करते है और उनका विवाह पकड़ी बाजार के पास बलडीहा दल गांव निवासी रामानंद पाल धनगर की पुत्री सरिता के साथ तय हुआ । लग्न मुहुर्त के हिसाब से छोटेलाल 11 बैलगाड़ियों को बकायदे पीले रंग के कपड़ों से सजाकर बारातियों को लेकर पहुंचे। वह खुद डोली में सवार होकर चार कहारों के सहारे शादी करने आये ।
इस बारात को देखकर लोगों में कौतूहल था । बारात जमाने में अचम्भे से कम नहीं थी। बारात चर्चा का विषय बनी हुई है।लोगों का कहना है कि जहां आज बारात ले जाने में तमाम लोग बैंड बाजे,लग्जरी गाड़ी और दुल्हे के लिए बग्गी ले जाते हैं,वहीं यह बारात आधुनिक होते समाज बैलगाड़ी ले जाना कौतूहल का विषय बन गया है।
दुल्हा छोटेलाल ने कहा कि हम अपनी परम्परा को जिन्दा रखते हुए लोगों को इसे अवगत कराने का प्रयास कर रहे हैं । अपनी पुरानी परम्परा को जिवित रखने का हम सभी का कर्तब्य है। बचपन से ही अपनी बारात पुरानी परंपरा के अनुसार निकालने की बात दिमाग में थी ।
वार्ता