
किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बाढ़ ने की चौपट
बहराइच : तहसील मोतीपुर ( मिहीपुरवा ) अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के दो दर्जन गांव के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं । घाघरा नदी ने पिछले एक सप्ताह से विक्राल रूप धारण किया है । पहाड़ों पर भारी बारिश से जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है । सुजौली क्षेत्र के चार ग्राम पंचायत बरखड़िया ,
बहराइच : तहसील मोतीपुर ( मिहीपुरवा ) अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के दो दर्जन गांव के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं । घाघरा नदी ने पिछले एक सप्ताह से विक्राल रूप धारण किया है । पहाड़ों पर भारी बारिश से जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है । सुजौली क्षेत्र के चार ग्राम पंचायत बरखड़िया , सुजौली , चहलवा व जंगल गुलरिया के दो दर्जन गांव चहलवा , प्रेम नगर , रामब्रिज पुरवा , विजय नगर , मौरहवा , दूधनाथ पुरवा , तुलसी पुरवा , गुप्ता पुरवा , नई बस्ती , जंगल गुलरिया , संपत पुरवा , रामपुर रेतिया , धर्मपुर रेतिया , बिंटूलिया , खैरी पुरवा , टिलवा आदि बाढ़ से प्रभावित हैं । बाढ़ प्रभावित चहलवा के प्रेम नगर गांव के 14 परिवार के लोग पिछले चार दिनों से सरकारी स्कूल व पंचायत भवन में अपना गुजर बसर कर रहे हैं ।
नेपाल सहित मैदानी इलाकों में 6 दिनो से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने घाघरा एवं शारदा व राप्ती नदियों का जल स्तर बढ़ा दिया है/ जिसके चलते भारत नेपाल सीमा पर स्थित जनपद बहराइच के तमाम इलाके बाढ़ की जद में आ गए हैं/ लगातार घाघरा में बढ़ रहे जलस्तर की वृद्धि को देखते हुए यह कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही नदी खतरे के निशान को पार कर जाएगी/ एहतियातन के तौर पर घागरा के किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को एलर्ट कर सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा जा रहा है/ हालांकि जहां तक बात करें घाघरा नदी के कटान की तो मौजूदा स्थिति में घाघरा नदी बड़े पैमाने पर जमीनो का कटान कर रही है/ घागरा के किनारे बसे ग्रामीणों के सैकड़ों बीघा लहलहाती फसल नदी में समाहित हो चुकी है/ ग्रामीणों की जमीन को काटते हुए नदी ग्रामीण इलाकों की तरफ बढ़ रही है/ जिससे लोगों में दहशत फैला हुआ है।
जिले की महसी व कैसरगंज तहसीलों के दर्जनों गांव जलमग्न होने के कगार पर हैं/ ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर बढ़े जलस्तर की वजह से आवागमन तो बाधित हुआ ही है साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों के सामने खाने पीने का संकट के साथ मवेशियों के चारे की समस्या पैदा हो गई है/ पिछले दो दिनों के दौरान बनबसा व गिरिजा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद घाघरा नदी के जलस्तर में बेतहासा बृद्धि हुई है इसके चलते बहराइच के कई गांव पर संकट के बादल घिरे हुए है। प्रशासनिक अमला भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहा है । शनिवार को तहसीलदार नवीन कुमार , नायब तहसीलदार ससांक उपाध्याय , लेखपाल वंशराज , अरुण सिंह , लालबहादुर शुक्ला ने जंगल गुलरिया के बाढ़ प्रभावित गांव तुलसी पुरवा , नई बस्ती , गुप्ता पुरवा , रामपुर रेतिया , धर्मपुर रेतिया , सम्पत पुरवा गांव का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान मौजूद ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जंगल गुलरिया शिव कुमार , प्रधान प्रतिनिधि चहलवा प्रीतम निषाद , प्रधान बरखड़िया जयप्रकाश पासवान ने तहसीलदार से बाढ़ प्रभावित लोगों को कहीं सुरक्षित स्थान पर बसाने की मांग की जिसपर तहसीलदार ने उच्चाधिकारियों से बात कर जल्द ही पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर बसाने का आस्वाशन दिया है । प्रधानों ने गांवों का अस्तित्व बचाने के लिए प्रशासन से बांध बनाने की भी मांग की है । इस दौरान समाजसेवी लल्लन साहनी , राजमंगल चौहान , मनोज निषाद , लक्षन चौहान , ब्रहम्मानन्द आदि मौजूद रहे ।
रिपोर्ट रईस