
फर्जी तरीके से फार्मेसी कालेज पंजीकृत कराने का मामला , मामला दर्ज
आजमगढ। प्रदेश के टापटेन के माफिया धु्रव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता ही चला जा रहा है। पुलिस जांच में दो और कालेज मिले है, जो फर्जी तरह से संचालित हो रहे थे। पुलिस ने इस मामले में माफिया धु्रव सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
आजमगढ। प्रदेश के टापटेन के माफिया धु्रव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता ही चला जा रहा है। पुलिस जांच में दो और कालेज मिले है, जो फर्जी तरह से संचालित हो रहे थे। पुलिस ने इस मामले में माफिया धु्रव सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
छपरा सुल्तानपुर गांव निवासी धु्रव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी बीते माह पुलिस ने उनकी पत्नी वंदना सिंह को फरार घोषित करते हुए दस हजार का इनाम घोषित किया। वही पुलिस ने माफिया कुंटू सिंह के एक ऐसे कालेज को पकड़ा जो कागजो में चल रहा था। मां विद्यावती होम्योपैथिक नामक कालेज गिरिजा शंकर सिंह स्मृति महाविद्यालय की बिल्डिंग पर चल रहा। पुलिस की मानेें तो जांच में यह मिला कि रूद्र प्रताप पालिटेक्नीक कालेज जिसे पूर्व में ध्वस्त कर दिया है। जबकि शंकर सिंह स्मृति महाविद्यालय की बिल्डिंग को दिखाकर महज 25 दिनों के अंदर ही होम्योपैथिक कालेज की मान्यता हासिल की गयी। यही नहीं पालिटेक्नीक कालेज के मैनेजर शिवलाल यादव ने एक शपथ पत्र भी लगाया कि वह धु्रव कुमार सिंह उर्फ कुंंटू सिंह का भाई भी है। इन कालेजों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाकायदा पम्पटेल भी छपवाया गया।
पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि फर्जी तरिके से मान्यता प्राप्त करने के मामले में मैनेजमेंट कमेटी के आठ व रिपोर्ट लगाने वाले तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे जांच जारी है।, जाचं के बाद धु्रव कुमार सिंह की पत्नी वंदना सिंह के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा और सभी पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी।