
जिले में बाढ़ का खतरा मंडराया , सड़कों पर दिखा पानी
लखीमपुर-खीरी। रपटा पुल पर 2 फुट तक पानी चल रहा है।लगातार बनबसा बैराज से शारदा नदी में बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने एवं नेपाल के अन्य हिस्सों लखीमपुर जिले की पलिया तहसील में पानी आने से क्षेत्र में बाढ़ का खतरा तो बना ही है। भीरा पलिया हाईवे पर साईं मन्दिर के निकट रपटा
लखीमपुर-खीरी। रपटा पुल पर 2 फुट तक पानी चल रहा है।लगातार बनबसा बैराज से शारदा नदी में बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने एवं नेपाल के अन्य हिस्सों लखीमपुर जिले की पलिया तहसील में पानी आने से क्षेत्र में बाढ़ का खतरा तो बना ही है। भीरा पलिया हाईवे पर साईं मन्दिर के निकट रपटा पुल पर लगभग 2 फुट तक पानी चलने से यातायात में दिक्कत पैदा होने के साथ हल्के वाहन वाले अपनी जान जोखिम में डाल पुल से निकलने को विवश हो रहे हैं।
इसी के साथ शारदा नदी का पानी उफान मारता हुआ मरहिया नाले में आने से गन्ने की फसलें पूरी तरह जलमग्न होने से किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई है। बीते शनिवार को बनबसा बैराज से शारदा नदी में 4 लाख क्यूसेक के आसपास पानी छोड़े जाने के कारण ग्राम ढकिया कला सूरजपुर प्रताप टांडा जमुनहा जंगल नंबर 7 कचनारा दौलतापुर मटेहिया बरुआ बुझाबा पिपरिया पूर्व में कटान कर चुकी शारदा नदी का पानी खेतों में भरने से सैकड़ों एकड़ गन्ने की फसल डूब गई है । खबर लिखे जाने तक रपटा पुल पर तेज धार के साथ पानी का चलना जारी है।बनबसा बैराज एवं नेपाल के पानी के खीरी जिले में आने से जिले की आधा दर्जन तहसीलें जलमग्न होने की पूरी सम्भावना है।हालांकि पलिया तहसील प्रशासन बाढ़ नियंत्रण एवं जनमानस की सुरक्षा में लगे हुआ हैं। कोशिश यह है कि कम से कम नुकसान जनमानस का हो।
रिपोर्ट-गोविंद कुमार