
विदेशी नागरिकों को चूना लगाने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश
कानपुर । कानपुर काकादेव थाना क्षेत्र में चल रहे कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि यह कॉल सेंटर उत्तर प्रदेश के 2 जनपदों से अपना काला कारोबार चला रहा था। कानपुर की क्राइम ब्रांच एवं काकादेव पुलिस ने कानपुर में चल रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया
कानपुर । कानपुर काकादेव थाना क्षेत्र में चल रहे कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि यह कॉल सेंटर उत्तर प्रदेश के 2 जनपदों से अपना काला कारोबार चला रहा था। कानपुर की क्राइम ब्रांच एवं काकादेव पुलिस ने कानपुर में चल रहे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो कि विदेशी नागरिकों को अपने जाल में फंसा कर उनसे मोटी रकम वसूलता था। पुलिस ने
सरगना मोहिंदर शर्मा समेत तीन लोगो को गिरफ्तार किया है। बाकी काल सेंटर में काम करने वाले लोगो से पूछताछ की जा रही है। काकादेव में नोएडा निवासी मोहिंदर शर्मा ने एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोल रखा था। जांच में पता चला है कि दिल्ली की एक कंपनी ने सेंटर को एक गेटवे उपलब्ध कराया था।
कैसे अपने जाल में लोगों को फंसाते थे कॉल सेंटर चालक
विदेशी नागरिकों के इंटरनेट उपयोग करने पर उनके कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ आकर्षक उपहार दिखाए जाते थे जिसको जब इंटरनेट उपयोग करने वाला व्यक्ति उस उपहार को पाने के लालच में उस पर क्लिक करता था तो उसके कंप्यूटर स्क्रीन को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया जाता था अपनी कंप्यूटर स्क्रीन को ब्लॉक देख इंटरनेट उपयोग करने वाला व्यक्ति घबरा जाता था और उसी समय इंटरनेट उपयोग करने वाले व्यक्ति के स्क्रीन पर एक नंबर पॉपअप किया जाता था। जिसमें लिखा होता था कि इस नंबर पर कॉल करके आप सहायता प्राप्त कर सकते हैं। जब वह व्यक्ति उस नंबर पर संपर्क करता था तो उसे एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए बोला जाता था जब व्यक्ति सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लेता था तो उसका कंप्यूटर का पूरा एक्सेस कॉल सेंटर चला रहे व्यक्तियों के पास पहुंच जाता था जिससे व्हाय उस व्यक्ति का डाटा चोरी कर और उसका कंप्यूटर सही कर देते थे। जब तबीयत सही हो जाता था तो वह उस व्यक्ति से उसकी मदद करने के एवज में कुछ डॉलर की मांग करते थे जब इंटरनेट उपयोगकर्ता उसकी पेमेंट कर देता था तो उसका कंप्यूटर सही हो जाता था। ऐसे ही करके यह कॉल सेंटर चालक कई लोगों को अपना शिकार बनाते चुके हैं। और इनका एक काला कारोबार कानपुर एवं नोएडा में धड़ल्ले से चल रहा था। कानपुर ऑफिस को कॉल सेंटर चालक फ्रंट ऑफिस और नोएडा ऑफिस को बैक ऑफिस कहते थे। पुलिस को जब इस काले कारोबार करने वाले कॉल सेंटर के बारे में पता चला तो क्राइम ब्रांच की टीम ने दबिश देकर मोहिंदर शर्मा,संजीव उत्तम जिक्रुल्लाह वा सुमन को गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस उपायुक्त अपराध सलमान ताज का कहना है कि काकादेव में चल रहा काल सेंटर अमेरिकी लोगो ठगने का काम करते थे वेबसाइट पर लुभावने वाले विज्ञापन दिखाकर हैक करते है और पाप अप के माध्यम से सिस्टम हैक कर लेते है फिर उसको सही करने के लिए पैसो की डिमांड की जाती है,,,लगभग दस लाख डालर प्राप्त कर चुके है जिसमे नोएडा कानपुर आफिस को इसका फ़ायदा मिलता है उनका कहना है कि लॉक डाउन के दौरान इनको काम की जरुरत थी उनका कहना है कि काल सेंटर में काम करने वाले लड़के और लड़कियों से पूंछताछ की जा रही है ।