
आतंकियों का कानपुर कनेक्शन , यूपी एटीएस ने बिल्डर समेत तीन को उठाया
कानपुर : बीते दिन पूर्व उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दो आतंकियों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था। एटीएस को पकड़े गए आतंकियों के पास से कुछ सबूत हाथ लगे हैं। लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के तार कानपुर से जुड़े हुए पाए गए जिसके चलते आज पूरे कानपुर में हाई अलर्ट देखा
कानपुर : बीते दिन पूर्व उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दो आतंकियों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था। एटीएस को पकड़े गए आतंकियों के पास से कुछ सबूत हाथ लगे हैं। लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के तार कानपुर से जुड़े हुए पाए गए जिसके चलते आज पूरे कानपुर में हाई अलर्ट देखा गया। तो वही एटीएस ने जगह-जगह छापेमारी कर कुछ संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लिया।
यूपी एटीएस ने कानपुर में सोमवार को छापेमारी के दौरान बिल्डर समेत तीन संदिग्धों को उठाया है। अब पकड़े गए लोगों की संख्या 7 हो गई है। इनमें से दो संदिग्धों पर आतंकियों को सिम कार्ड सप्लाई करने की सूचना है। वहीं बिल्डर पर आर्थिक तौर पर मदद करने की आशंका है। बिल्डर के 13 बैंक खातों के बारे में पता चला है। इसमें विदेशों से पैसा आया है।
आपको बता दें कि लखनऊ दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस और एक्टिव हो गई है। यूपी एटीएस ने जाजमऊ और चमन गंज के हुमायूं और भेज बाग में छापेमारी कर चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। एनीटाइम लखनऊ लेकर रवाना हो गई है और एक टुकड़ी यहीं पर रुकी हुई है।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि यूपी एटीएस द्वारा उठाए गए दो युवकों ने प्रीएक्टिवेटेड सिम आतंकियों को सप्लाई किए थे। इसके अलावा इसमें से उठाए गए एक युवक के घर पर बैठकें होती थीं। जिसमें जेहाद के लिए युवकों को प्रेरित किया जा रहा था। इसके अलावा इन लोगों ने एक दर्जन से ज्यादा सिम सप्लाई किए थे। यह जिन लोगों की आईडी पर जारी हुए उनमें से तीन पतों पर एटीएस पहुंची मगर वहां उन्हें कोई नहीं मिला।
तो वही लखनऊ में गिरफ्तार हुए दो आतंकियों के तीसरे साथी शकील की तलाश जारी है। यूपी एटीएस द्वारा उठाए गए बिल्डर पर आरोप है कि वह आतंकियों के लिए फंड का प्रबंध करता था और लोगों के भड़काने में एवं व्यवस्था करवाने के लिए फंड की व्यवस्था बिल्डर के जिम्मे थी। सोमवार को एटीएस ने उसे भी उठा लिया। इस बिल्डर के बारे में जानकारी है कि उसने हलीम कॉलेज के पास कई इमारतें बनाई हैं जो बिल्डर एग्रीमेंट के जरिए बनाया गया था। यह फ्लैट विदेशों में रहने वाले ने भी खरीदे।
बिल्डर को उठाने के साथ ही एटीएस को उसके 13 खातों के बारे में जानकारी मिली है। इन खातों में विदेशों से पैसा जमा किया गया है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक यह पैसा फ्लैट खरीदने के नाम पर बिल्डर के खाते में डाले गए हैं। हालांकि यह जांच की जा रही है कि जो पैसा विदेश से आया उसमें खरीदे गए फ्लैट्स की रजिस्ट्री कराई भी गई है कि नहीं या फिर यह पैसा सिर्फ कागजों में फ्लैट खरीदने के नाम पर दिया गया है।