एल.बी.एस. कॉलेज में खुले नए कोर्स,महाविद्यालय मंडल में नहीं प्रदेश में नंबर एक

एल.बी.एस. कॉलेज में खुले नए कोर्स,महाविद्यालय मंडल में नहीं प्रदेश में नंबर एक

गोंडा:- शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना भी है। जो शिक्षा विद्यार्थियों को रोजगार अथवा नौकरी से नहीं जोड़ती, जीविका के लिए तैयार नहीं करती वह एकांगी है।यह बात आज लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सुश्री वर्षा सिंह उपाध्यक्ष, प्रबंध समिति, एल.बी. एस. डिग्री कॉलेज

गोंडा:- शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना भी है। जो शिक्षा विद्यार्थियों को रोजगार अथवा नौकरी से नहीं जोड़ती, जीविका के लिए तैयार नहीं करती वह एकांगी है।
यह बात आज लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सुश्री वर्षा सिंह उपाध्यक्ष, प्रबंध समिति, एल.बी. एस. डिग्री कॉलेज ने कही। इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय में हो रहे बहुआयामी विकास को रेखांकित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस सत्र से महाविद्यालय में बी.बी.ए., बी.सी.ए. और बी.एससी., गृह विज्ञान, बी.एससी. कृषि एवं स्नातक स्तर पर कला संकाय के अंतर्गत गृह विज्ञान, शारीरिक शिक्षा बी. ए., गृह विज्ञान, शारीरिक शिक्षा सहित परास्नातक स्तर पर एमएससी वनस्पति विज्ञान, एमएससी जंतु विज्ञान और एम ए शिक्षाशास्त्र का प्रारंभ हो रहा है।
महाविद्यालय के इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर विद्यार्थी अपना भविष्य संवार सकते हैं।
प्रबंध समिति के सचिव उमेश शाह ने कॉलेज में शोध केंद्र, वाचनालय, ओपेन जिम, अभ्युदय योजना की कक्षाओं, कैंटीन, डिजिटल लाइब्रेरी जैसी महत्त्वाकांक्षी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाविद्यालय निरंतर गुणात्मक अभिवृद्धि की ओर अग्रसर है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना सारस्वत ने समस्त मीडिया कर्मियों, पत्रकार बंधुओं का स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होंने महाविद्यालय में इस वर्ष खुले नए पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत लगभग 8000 छात्र-छात्राओं को उच्चतर लक्ष्य की ओर अग्रसर करने के लिए हम सतत प्रतिबद्ध हैं।
महाविद्यालय के मुख्य नियंता एवं स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों के नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान सत्र से कॉलेज में नव प्रवेशित  छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सेमेस्टर सिस्टम के अंतर्गत अध्ययन करना होगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षण, अनुसंधान, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिला कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। महाविद्यालय में खुले बीबीए, बीसीए और बीएससी गृह विज्ञान, बीएससी कृषि सहित एमएससी वनस्पति विज्ञान एनएससी जंतु विज्ञान एवं एम ए शिक्षाशास्त्र की कक्षाएं विधिवत सितंबर में सत्र प्रारंभ होते ही शुरू हो जाएंगी। नौकरी एवं रोजगार की दृष्टि से ये पाठ्यक्रम गोंडा और आसपास के क्षेत्र के लिए वरदान सरीखा है, विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र नाथ मिश्र ने प्रेस वार्ता का संचालन किया। उन्होंने वर्तमान सत्र में महाविद्यालय के संकल्प को बिंदुवार प्रस्तुत किया। प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों की जिज्ञासाओं एवं प्रश्नों का जवाब दिया। इस अवसर पर कैलाश नाथ वर्मा सह सचिव, प्रबंध समिति रविचंद्र त्रिपाठी सदस्य, प्रबंध समिति सहित डॉ. बी. पी.सिंह, डॉ. आर एस. सिंह, डॉ. जे. बी. पाल, डॉ. जय शंकर तिवारी, डॉ. संतोष श्रीवास्तव, डॉ. पुष्यमित्र मिश्र, डॉ. अरुण प्रताप सिंह, डॉ. दलीप सिंह, डॉ. ममता शुक्ला, डॉ. मनोज मिश्र, शरद पाठक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट राहुल तिवारी

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