
राम गोविंद चौधरी बोले, यूपी सरकार के आगे हिटलर भी फेल
आजमगढ़। रौंनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में आज नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी भी पहुंचे। गांव की पीड़ित महिलाओं से उन्होंने यूपी सरकार के कानून के राज की हकीकत जानी। लगभग एक घंटे के प्रवास में उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर पूरी हकीकत जानी और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश
आजमगढ़। रौंनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में आज नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी भी पहुंचे। गांव की पीड़ित महिलाओं से उन्होंने यूपी सरकार के कानून के राज की हकीकत जानी। लगभग एक घंटे के प्रवास में उन्होंने पीड़ित परिवार से मिलकर पूरी हकीकत जानी और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने हिटलर और मुसोलोनी को भी फेल कर दिया है। अब इस सरकार का विनाश होना है ।पीड़ितों को न्याय न देने वाली सरकार को जाना ही होगा।
प्रधानमंत्री की ओर से महिलाओं के सम्मान पर मुख्यमंत्री की तारीफ पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महिलाओं , दलितों, पिछड़ों के साथ अन्याय किया जा रहा है। जब प्रधानमंत्री योगी सरकार की इतनी सत्य बातें बता रहे हैं, तो योगी तो उनसे चार गुना बताएंगे। जबकि हकीकत में महिलाओं का जो अपमान किया जा रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है । उन्होंने कहा कि सपा की सरकार आएगी तो पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी ।यदि हमारी सरकार होती तो आज इन चारों परिवारों को करोड़ों रुपए की आर्थिक सहायता पहुंचा दी गई होती। फिर भी सरकार में न रहते हुए भी सपा के विधायक पीड़ित परिवार की भरपूर मदद करेंगे । उन्होंने कहा कि में यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं जनपद के सांसद अखिलेश यादव के कहने पर यहां आया हूं । आज ही यहां की पूरी कहानी राष्ट्रीय अध्यक्ष से बताउंगा।
उन्होंने मांग की कि जो भी पुलिसकर्मी इस घटना में दोषी हैं। उन पर हत्या के प्रयास,लूटपाट, डकैती ,महिलाओं के साथ छेड़छाड़ ,एससी /एसटी की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए । साथ ही परिवार पर जो भी मुकदमे दर्ज हैं ,उसे वापस लेते हुए परिवार की तत्काल आर्थिक सहायता और जो क्षति हुई है ,उसका मुआवजा दिया जाए ।
उन्होंने कहा कि कानून के नाम पर इस गांव में जो कुछ भी किया गया, वैसा मैंने अपने 45– 46 साल के इतिहास में इतना वीभत्स रूप पुलिस द्वारा नहीं देखा।
इस मौके पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव, पूर्व मंत्री दुर्गा यादव सहित विधायक भी रहे
नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी के साथ पूर्व सांसद रमाकांत यादव, पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक डॉक्टर संग्राम यादव, नफीस अहमद,जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह यादव ,जय राम सिंह पटेल ,लोहार यादव, विधानसभा अध्यक्ष सगड़ी शिव सागर यादव ,शंकर यादव, दुर्गविजय यादव एडवोकेट, नगर पंचायत अध्यक्ष हरिशंकर यादव, नगर पंचायत अध्यक्ष पारसनाथ सोनकर, सुभाष यादव ,अनुराग यादव आदि मौजूद रहे।
जाने पलिया गांव में कहां से शुरू हुई थी घटना
रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में 29 जून को लड़की के विवाद को लेकर दो पक्षों में पहले मारपीट हुई। बीच-बचाव करने गई रौनापार पुलिस के दो सिपाहियों विवेक त्रिपाठी और मुखराम यादव को ग्रामीणों ने मारपीट कर घायल दिया था। इस पर पुलिस को मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी। मगर ग्रामीणों का आरोप है कि इससे नाराज आधा दर्जन थाने की पुलिस गांव में पहुंच कर तीन जेसीबी लगाकर चार लोगों के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिए थे । दरवाजे पर खड़े वाहन ट्रैक्टर आदि को तोड़ दिया था। यहां तक कि परिवार ने मंदिर भी तोड़े जाने का आरोप लगाया। महिलाओं पर छेड़छाड़ का भी आरोप पुलिसकर्मियों पर लगाए थे। तभी से राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ी हुई है।
रिपोर्ट : शैलेंद्र शर्मा