
धर्म का सार भी कहता है, प्रकृति का संरक्षण करना : अपर अधीक्षक
बहराइच : नानपारा के प्रसिद्ध पौराणिक मंदिर शिवालय बाग में किया गया वृक्षारोपण अपर अधीक्षक अशोक कुमार वह महंत गिरि जी ने लगाया पीपल का वृक्ष लोंगो को वृक्षारोपण के लिए किया जागरूक महंत गिरि जी ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों को अपने जीवन में एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए क्योंकि वृक्षारोपण से
बहराइच : नानपारा के प्रसिद्ध पौराणिक मंदिर शिवालय बाग में किया गया वृक्षारोपण अपर अधीक्षक अशोक कुमार वह महंत गिरि जी ने लगाया पीपल का वृक्ष लोंगो को वृक्षारोपण के लिए किया जागरूक महंत गिरि जी ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों को अपने जीवन में एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए क्योंकि वृक्षारोपण से वायुमंडल में ऑक्सीजन बना रहता है वृक्ष लगाने से भूस्खलन को भी रोका जा सकता है यह पेड़ इंसान के लिए तो फायदेमंद होते हैं साथ-साथ पक्षियों को भी इसका बड़ा फायदा होता है वे इस पर अपना घोंसला बनाकर भी रहते हैं।
अपर अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि पीपल और वट का वृक्ष धार्मिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि पूजा भी की जाती है और पीपल के पेड़ क्या खासियत है कि क्या छायादार होता है ज्यादा ऑक्सीजन छोड़ता है गर्मी के मौसम में लोगों को ठंडी हवा देता है हमारे धर्म का सार भी यही है कहता है कि वृक्ष का और प्रकृति का संरक्षण करना चाहिए।
लेकिन पौधारोपण के सरकारी अभियान तो वर्षों से चलाए जा रहे हैं। पर करोड़ों पौधे लगाने के सरकारी दावे धरातल पर फलते-फूलते और लहलहाते पेड़ों के रूप में कम ही दिखते हैं। सरकार के आदेश पर वृक्षारोपण तो कर दिया जाता है परंतु देखरेख के अभाव में ज्यादातर पौधे वृक्ष बनने से पहले सूख जाते हैं। तभी तो आक्सीजन का संकट भी लगातार बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण में भी कमी नहीं दिखती और तेजी से गिरते भूजल स्तर को भी हम नहीं रोक पा रहे। इसके उलट सत्यवान का दावा है कि उनके लगाए वट, पीपल और नीम के पेड़ों में से औसतन 90 फीसद फल फूल रहे हैं।
रिपोर्ट रईस