पारंपरिक शिक्षा प्रणाली में लगाया डिजटल का छौंका, मिली 1 लाख की प्रोत्साहन राशि

पारंपरिक शिक्षा प्रणाली में लगाया डिजटल का छौंका, मिली 1 लाख की प्रोत्साहन राशि

कानपुर। सरकारी विद्यालायों में पढ़ाई को और रोचक बनाने के उद्देश्य से नये प्रयोग करने में कई बाद शिक्षकों को वाह वाही मिलती रही है। लेकिन कानपुर के दो शिक्षकों को वाहवाही के साथ ही 1 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्राप्त हुई है। ग्लोबल सेंटर आॅफ नॉलेज एंड डेवलपमेंट ने भारत में वोडाफोन

कानपुर। सरकारी विद्यालायों में पढ़ाई को और रोचक बनाने के उद्देश्य से नये प्रयोग करने में कई बाद शिक्षकों को वाह वाही मिलती रही है। लेकिन कानपुर के दो​ शिक्षकों को वाहवाही के साथ ही 1 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्राप्त हुई है। ग्लोबल सेंटर आॅफ नॉलेज एंड डेवलपमेंट ने भारत में वोडाफोन आ​इडिया फाउंडेशन की वीआई स्कॉलरशिप के अंतर्गत कानपुर की डा0 ऋचा बाजपेई एवं डा0 राजकुमार अग्निहोत्री को शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करने के लिए 1 लाख रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की है।

गौरतलब है कि IPECKD के द्वारा जिज्ञासा प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को 1 लाख रुपये की राशि से सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार के लिए प्रदेश से 27 हजार शिक्षकों ने भाग लिया था। जिसमें से कुल 116 शिक्षकों का चयन हुआ था। इन शिक्षकों में कानपुर के प्राथमिक विद्यालय मकसूदाबाद की अध्यापिका डा0 ऋचा बाजपेई एवं सदर ब्लाक के उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक डा0 राजकुमार अग्निहोत्री भी शामिल है। इन दोनो ही शिक्षकों ने यह पुरस्कार जीत कर एक ओर जहाँ शहर का नाम रोशन किया है, वहीं सरकारी विद्यालयों में भी एक उम्मीद की किरण जगाई है, जिससे शिक्षण पद्धति में नये प्रयोग कर के सभी को शिक्षा प्राप्ति के लिए उत्सुक कर सकते है।

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