पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती : स्वतंत्र देव

पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती : स्वतंत्र देव

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश में 400 विधानसभा सीटें जीतने के दावे का मखौल उड़ाते हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जंग लगी पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती। सिंह ने गुरूवार को कहा कि सपा अध्यक्ष कुर्सी का कोरा स्वप्न

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश में 400 विधानसभा सीटें जीतने के दावे का मखौल उड़ाते हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जंग लगी पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती। सिंह ने गुरूवार को कहा कि सपा अध्यक्ष कुर्सी का कोरा स्वप्न देख रहे हैं। सपा सरकार की अराजकता, गुंडागर्दी व भ्रष्टाचार और सत्ता में बाहर रहने के बाद विपक्ष के तौर पर उनकी अकर्मण्यता व नकारात्मकता को जनता ने इतने गहरे से महसूस किया है कि वह सपा को सत्ता से सदैव बाहर रखने का मन बना चुकी है। सपा अध्यक्ष शायद भूल गये कि पिछले दो सालों में उनकी साइकिल में खड़े-खड़े जंग लग गयी है और जंग लगी पंचर साइकिल से रेस नहीं जीती जाती।

उन्होने कहा कि सपा मुखिया को विरासत में सत्ता मिली। पिता-चाचा के खून-पसीने से बनी विरासत को हड़प लिया। अखिलेश यादव ने कहा है वे समाजवादी नेता और चिंतक जनेश्वर मिश्रा के रास्ते पर चल रहे हैं लेकिन जो व्यक्ति अपने पिता के नक्शे कदमों पर नहीं चल पाया वो जनेश्वर मिश्रा, जिनको खुद मुलायम सिंह यादव अपना राजनीतिक गुरु मानते थे, उनके रास्ते पर कैसे चल सकते हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि जनता ने सपा को नकार दिया तो सपा अध्यक्ष घर में बैठ गए। कोविड जैसी आपदा में जनता की मदद के लिए हाथ बढ़ाने के बजाय केवल ट्विटर पर सरकार के जनहित के कामों पर सवाल करते रहे। जब भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक जिले-जिले जाकर जनता का दुख-दर्द बांट रहे थे तब सपा मुखिया घर में बैठकर वैज्ञानिकों की मेहनत व विजन का यह कहकर अपमान कर रहे थे कि वे भाजपा की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।

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जब प्रदेश की पुलिस आतंकियों से लोहा लेकर उनके मंसूबे ध्वस्त कर रही थी तो सपा मुखिया आतंकियों के पक्ष में खड़े होकर पुलिस व सेना की नीयत पर सवाल कर रहे थे। अब जब योगी सरकार की अथक मेहनत से कोविड की दूसरी लहर पर नियंत्रण किया जा चुका है तो घर में बैठे-बैठे उब गए तो समाजवाद का मुखौटा लगाकर सपा मुखिया लाखों की साइकिल पर ‘वॉक’ पर निकले हैं। उनके लिए राजनीति केवल पर्यटन व जनता का दुःख-दर्द मनोरंजन है।

यही वजह है कि जब मुजफ्फरनगर दंगे के पीड़ित ठंड में ठिठुर रहे थे तो सपा मुखिया मुख्यमंत्री रहते हुए सैफई में नाच करा रहे थे, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी इनको आइना दिखाया। जनता सपा के भ्रष्टाचार, आतंकवाद को उनके खुले समर्थन, गुंडागर्दी को उनके सरंक्षण और अराजक सोच को भली-भांति समझ चुकी है। जनता सुशासन, विकास, सामाजिक सुरक्षा, राष्ट्रीय गौरव की सोच, उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए अग्रसर ईमानदार नेतृत्व के साथ खड़ी है। उसने पहले भी इसीलिए भाजपा को आशीर्वाद दिया है, अभी भी जनता का आशीर्वाद भाजपा के साथ है।

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