
अधिकारियों की नाक के नीचे सरपंच और सचिव की कालाबाजारी की भेंट चढ़ रहा गांव
राजगढ़ :- खिलचीपुर में लगने वाली ग्राम पंचायत खजुरी गोकुल जहाँ आज वर्तमान में अस्पताल की बाउंड्रीवाल का काम किया जा है ,,उसमें रेत की बचत कर सरपंच की स्वयं की ठेकेदारी में मात्र गिट्टी की डस्ट और चूरी का उपयोग किया जा रहा है,जब मीडिया वालों ने इंजीनियर जितेंद्र सोनगरा से पूछने के लिए
राजगढ़ :- खिलचीपुर में लगने वाली ग्राम पंचायत खजुरी गोकुल जहाँ आज वर्तमान में अस्पताल की बाउंड्रीवाल का काम किया जा है ,,उसमें रेत की बचत कर सरपंच की स्वयं की ठेकेदारी में मात्र गिट्टी की डस्ट और चूरी का उपयोग किया जा रहा है,जब मीडिया वालों ने इंजीनियर जितेंद्र सोनगरा से पूछने के लिए फोन लगाया तो इंजीनियर ने पहले तो मना कर दिया कि में नही जानता ,और बाद में पत्रकारों से बात करना भी उचित नही समझा, कारीगर से पूछने पर कारीगर ने बताया कि यह ठेका सरपंच महोदय संगीता चौधरी के पति राधेश्याम चौधरी का है। और जो हमे दिया जाएगा हम वही तो लगाएंगे,वही गांव के अन्दर सीसी कार्य हुवे अभी 1 साल भी नही हुवा और सीसी रोड़ पूरी तरह ध्वस्त हो गया।जिसकी लागत राशि लगभग 4 लाख रु सरपंच के द्वारा निकाली गई थी।
आपको बात दे कि वही गांव के बच्चो के खेलने के लिए खेल मैदान के नाम पर भी सरपंच(संगीता राधेश्याम चौधरी) ने 5 लाख रु निकाले और आज उसी खेल मैदान में जहां बच्चो को क्रिकेट,खोखो,कबड्डी आदि खेलो का आनंद लेना चाहिए ,उस खेल मैदान को आज सरपंच की छत्र छाया में किसी और ने अपने कब्जे में कर लिया। उपसरपंच(गिरिराज धाकड़) से पूछा गया तो उसने बताया कि हमने कई बार इस सरपंच और सचिव की शिकायत जनपद से लेकर जिला पंचायत तक कर दी मगर आज तक हमारे गांव की तरफ किसी अधिकारी ने आकर नही झांका,
आपको बता दे कि उसी गांव के मुक्तिधाम में सरपंच ने 1लाख रु,की लागत का एक सरकारी कुवा खुदवाया जिसकी गहराई,कुए की जगह एक गड्ढे के बराबर लगभग 10 से 11 फिट है और जिसे मात्र jcb से खुदवा कर ऐसे ही छोड़ दिया,ना ही उस 1 लाख के गड्ढे में आज तक सीसी हुवा, जो कई बार मवेशियों के मरने का कारण भी बन चुका है|
रिपोर्ट :-: कमल चौहान
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