
भारतीय नौसेना हुई आजाद, आसमान में अभी भी मौजूद है गुलामी के निशान
देश की आजादी के 75 साल बाद भी देश में कुछ निशान ऐसे है जों हर भारतीय को गुलामी की याद दिलाते रहते है। ऐसा ही एक निशान भारतीय नौसेना के ध्वज का भी था, जहाँ तिरंगे के साथ मौजूद रेड जॉर्ज क्रॉस निशान को हटा कर नया प्रतीक चिन्ह दिया गया है।
भारतीय नौसेना के नये झंडे का अनावरण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने गुलामी के एक निशान को अपने सीने से उतार दिया है। आज से भारतीय नौसेना को एक नया ध्वज मिला है। अब तक नौसेना के ध्वज पर गुलामी का निशान था।
ध्वज में हुआ है ये बदलाव
देश के आजाद होने के बाद भारतीय सेना ने ब्रिटिश औपनिवेशक झंडे और बैज का ही इस्तेमाल होता रहा। 26 जनवरी 1950 को ध्वज के पैटर्न में सिर्फ भारतीयकृत में बदला गया था। ध्वज में यूनियन जैक को तिरंगे से बदल दिया गया था।
जार्ज क्रास को हूबहू छोड़ दिया गया था। अब इसी को बदल दिया गया है। प्रधानमंत्री ने जिस नए नौसेना ध्वज का अनावरण किया है उसमें झंडे के ऊपरी बाएं कोने में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ लगे सेंट जॉर्ज क्रॉस को हटा दिया गया है। इसके स्थान पर दाएं ओर मध्य में नौसैनिक क्रेस्ट को स्थान दिया गया है।
आसमान में आज भी मौजूद है गुलामी के निशान
भले ही नौसेना आज अपने गुलामी के निशान के आजाद हो गई हो, लेकिन आसमान में उड़ान भर रहा हर हवाई जहाज देश को गुलामी की याद दिलाता रहता है। हर विमान में एक एयरकोड लिखा जाता है। भारत का एयर कोड VT है। भारत को ICOA से 'Viceroy Territory' (VT) कोड 1929 में तब मिला था, जब यहां अंग्रेजों का राज था। आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी देश यह कलंक हटा पाने में नाकाम रहा है।
कांग्रेस सरकार ने की थी कोशिश, भाजपा सरकार ने दिया वित्तीय बोझ पड़ने का हवाला
ऐसा नहीं है कि यह एयर कोर्ड बदलने की कभी कोशिश नहीं कि गई। यूपीए सरकार के दौरान भारत की तरफ से इस बारे में आधी अधूरी कोशिश की गई थी. भारत ने BA (भारत) या IN (इंडिया) कोड हासिल करने की कोशिश की. लेकिन पता चला कि B कोड चीन और I कोड इटली पहले ही ले चुका है. इसके बाद तत्कालीन सिविल एविएशन मिनिस्टर प्रफुल्ल पटेल ने ऐलान कर दिया कि मनमुताबिक कोड उपलब्ध नहीं होने के कारण भारत VT कोड ही जारी रखेगा.
भाजपा सरकार आने के बाद से देश पर वित्तीय बोझ पड़ने का हवाला देकर सरकार ने इस पहल को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल रखा है। 29 जुलाई 2021 में संसद में भाजपा सांसद हरीश द्विवेदी के एक सवाल के जवाब में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा, ‘अगर हम वीटी कॉल साइन बदलते हैं तो सभी दस्तावेजों को फिर से जारी करना होगा, विमान को फिर से रंगना होगा और सभी चिह्नों को बदलने तक उड़ान नहीं भर सकते. पूरी प्रक्रिया के दौरान विमान जमीन पर खड़ा रहेगा. इसका एयरलाइनों पर भी बड़ा वित्तीय प्रभाव पड़ेगा.’