
चीनी मिल गेट पर किसानों को गन्ना पर्ची न मिलने से सैकड़ों किसान आक्रोशित
गोंडा। करनैलगंज तहसील क्षेत्र अंतर्गत मैजापुर चीनी मिल क्षेत्र के मिल गेट के किसानों को गन्ना पर्ची नहीं दी जा रही है। जबकि क्रय केन्द्र वाले किसानों को गन्ना पर्ची धड़ल्ले से दी जा रही है। इससे गन्ने के खेत में गेहूं की बोवाई नहीं हो पा रही है जिससे गेहूं बोवाई पिछड़ रही है। इससे मिल गेट के किसान हैरान और परेशान है। इससे मिल प्रबंधन के खिलाफ मिल गेट के दर्जनों गांवों के हजारों गन्ना किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है।
बलरामपुर समूह की मैजापुर चीनी मिल थाना कटरा बाजार क्षेत्र के मंगुरही टेपरा में स्थापित है। एक दिसंबर को विधिवत पूजापाठ के बाद मैजापुर चीनी मिल के नये पेराई सत्र का शुभारंभ कर दिया गया है। सोमवार को मिल के यार्ड में सैकड़ों गन्ना लदी दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई दिखाई पड़ी। यहां जुटे दर्जनों किसान अपने गन्ने की फसल बेंचने के लिये चीनी मिल यार्ड में अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आये।
क्षेत्रीय गन्ना किसानों का कहना है कि मिल गेट वाले सैकडों किसानों को एक भी गन्ना पर्ची नहीं दी जा रही है। किसानों ने बताया कि गन्ना क्रय केन्द्र वाले क्षेत्रों को धड़ल्ले से गन्ना पर्ची दी जा रही है। जबकि मिल गेट वाले किसानों को एक भी गन्ना पर्ची नहीं दी जा रही है। इससे मिल गेट के दर्जनों गावों के सैकडों किसान बेहद परेशान नजर आ रहे है। किसानों का कहना है कि इसके चलते गन्ने की फसल लगे खेतों में गेंहू की फसल नहीं बो पा रहे। इसके चलते हम किसानों बड़ा नुकसान हो जायेगा।
गन्ना किसानों ने बताया कि पहले ही मैजापुर चीनी मिल में गन्ने के पेराई का नया सत्र करीब 20 दिन लेट से शुरू हुआ है ऊपर से उनको गन्ना पर्ची नहीं दी जा रही है। इस तरह से उनके साथ यह दोहरा अन्याय किया जा रहा है और कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। इससे उनके गन्ने की फसल लगे खेतों में गेहूं की बोवाई पिछड़ रही है।
रामदत्त दुबे, शिवरन, बलराज, खुशीराम, लालबाबू, माधवराज तिवारी, गीता, नकछेद, सरजू प्रसाद,दीनानाथ, शिवबहादुर,राजबहादुर, रामजी, चंद्रशेखर, पुदई तिवारी, योगेंद्र शुक्ला,राजेंद्र,पप्पू शुक्ला बटौरा लोहांगी, रामदेव दुबे, अशोक कुमार, रामकेवल, कैलाश दुबे, बब्बू तिवारी गुरसड़ा जगत नारायन मिश्रा, यतेंद्र, सत्यदेव, श्रीधर,गंगाप्रसाद तिवारी, चंद्रशेखर पांडेय पतिसा समेत मिल गेट के सैकडों गन्ना किसान चीनी मिल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोशित है।
रिपोर्ट राहुल तिवारी