
विशाखापत्तनम बनी आंध्र प्रदेश की नई राजधानी
संयुक्त आंध्र प्रदेश से तेलंगाना राज्य अलग होने के बाद से चल रही राजधानी की तलाश अब खत्म हो गयी है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि वह आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे।
सीएम रेड्डी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट वीडियो के अनुसार, उन्होंने कहा, 'मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित करता हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रही है। मैं भी आने वाले कुछ महीनों में विशाखापत्तनम में शिफ्ट हो रहा हूं। हम 3 और 4 मार्च को यह शिखर सम्मेलन विशाखापत्तनम में आयोजित करने जा रहे हैं...।'
I invite you to our beautiful state for the Andhra Pradesh Global Investors Summit to be held on the 3rd & 4th of March in Visakhapatnam.
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) January 31, 2023
Experience the ease of doing business in our state and partake in our vibrant culture.
Welcome! #APGlS2023 #AndhraPradesh pic.twitter.com/i2WmrvpgV8
खास बात है कि तेलंगाना के अलग होने के 9 साल बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है। 23 अप्रैल 2015 में अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी घोषित किया गया था। इसके बाद साल 2020 में राज्य की तीन राजधानी की योजना बनी। इनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुर्नूल का नाम शामिल है। हालांकि, बाद में इसे वापस लिया गया और अमरावती ही कैपिटल रही।
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