
BBC पर सिर्फ रेड नहीं लीगल एक्शन भी होना चाहिए
BBC के दिल्ली और मुंबई ऑफिस में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स चोरी को लेकर छापे मारे या फिर मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री की वजह से सरकार ने बदले की कार्रवाई की ? इस पर बहस होती रहेगी..लोग अपनी-अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता को लेकर पक्ष लेंगे और मैं फिलहाल इसमें नहीं जाना चाहता...लेकिन इस बात को लेकर मैं 100 फीसदी मुतमईन हूं कि BBC का एजेंडा हमेशा से भारत के खिलाफ रहा है...जब भारत आज़ाद हुआ था ब्रिटिश की गुलामी से तब भी BBC का रुख भारत के खिलाफ रहा है...इसके बाद कश्मीर का मुद्दा हो..चीन का मुद्दा हो...या फिर हिंदुओं का मुद्दा हो...BBC हमेशा से पाकिस्तान, चीन और मुसलमानों के साथ रहा है...हमेशा मतलब हमेशा...कभी अपवाद के तौर पर भी BBC ने भारत या हिंदुओं का पक्ष नहीं लिया होगा..गलत तो छोड़िए...सही बात में भी BBC ने सपोर्ट नहीं किया होगा...
लेकिन मजे की बात ये है कि अपनी इस्लामपरस्ती में BBC अब भस्मासुर हो गया है...वो उस देश का भी नहीं रहा...जो उसके नाम में है...जहां उसका हेडक्वार्टर है...जी हां, BBC अब ब्रिटेन के साथ नहीं बल्कि ब्रिटेन में आतंकवादी हमले करने वालों के साथ है...इसका एक एक्जांपल मैं आपको देने जा रहा हूं...ये कहानी है शमीमा बेगम नाम की बांग्लादेशी मूल की ब्रिटिश लड़की की...शमीमा बेगम लंदन में रहतीं थीं लेकिन 2015 में वो अपनी 2 और सहेलियों को लेकर सीरिया चली गईं...तब शमीमा सिर्फ 15 साल की थी...आम तौर पर 15 साल की लड़कियों को कोई खास अक्ल नहीं होती..10वीं क्लास की लडकियां आम तौर पर स्कूल, संगीत और सहेलियों की बातें करती हैं..लेकिन शमीमा और उनकी सहेलियां लंदन ने सीरिया इसलिए गईं क्योंकि वो इस्लामिक राष्ट्र बनाने की जंग लड़ रहे ISIS के आतंकियों से शादी करके उनकी शारीरिक जरूरतों को पूरा करें...सोचिए 15 साल की लंदन में रहने वाली लड़कियां...आतंकियों से शादी करने ब्रिटेन से सीरिया भाग जाती हैं...खैर ये कोई बड़ी बात नहीं है..दुनिया भर में कई मुस्लिमों ने ऐसा किया है..भारत से भी कई मुसलमान लड़के औऱ लड़कियां ISIS में शामिल होने अफगानिस्तान, सीरिया और इराक गईं...ये और बात है कि भारत के मुस्लिम नौजवानों से ISIS ने सिर्फ टॉयलेट साफ करवाए क्योंकि उनका मानना था कि भारतीय मुसलमान शारीरिक रूप से मजबूत नहीं होते...हां, भारतीय मुस्लिम लड़कियां जरूर ISIS के हरम में गईं..
खैर विषयांतर हो रहा है..फिलहाल बात हो रही है शमीमा बेगम और BBC की...तो 15 साल की शमीमा बेगम अपनी सहेलियों के साथ सीरिया गई..ISIS के आतंकियों के साथ शादी की...उनकी शारीरिक जरूरतें पूरी कीं..2019 में ISIS हार गया...शमीमा की 2 सहेलियां तो मारी गईं लेकिन शमीमा इस वक्त सीरिया में राहत शिविर में रह रही हैं...चूंकि शमीमा अपनी मर्जी से ब्रिटेन से भागी थी...ISIS में शामिल हुईं...ISIS के आतंकी से शादी की..आतंकवाद में शामिल रहीं..इसलिए ब्रिटेन ने शमीमा की नागरिकता रद्द कर दी...शमीमा की नागरिकता रद्द करने वाले थे एक मुसलमान...ब्रिटेन के तब के गृहमंत्री साजिद जावेद ने कहा था कि शमीमा ने जो काम किया...जिस तरह आतंकवादियों की मदद कर रही है..उसे देखते हुए शमीमा की नागरिकता रद्द करने का फैसला सही था...
लेकिन अब यहां पर BBC की एंट्री होती है...BBC इस वक्त सीरिया के राहत शिविर में रह रही शमीमा को माफी दिलाने के लिए..उसे दोबारा ब्रिटेन की नागरिकता दिलाने के लिए मुहिम चला रहा है...BBC में शमीमा को लेकर रिपोर्ट्स भरी हुईं हैं..उसके साथ इंटरव्यू होता है..पॉडकास्ट होता है...जिसमें शमीमा कहती हैं कि वो भटक गईं थीं..छोटीं थी..उन्होंने कुछ नहीं किया..किसी आतंकवादी गतिविधि में शामिल नहीं हुईं..सिर्फ आतंकवादी से शादी कर उसकी जरूरतें पूरीं की...तीन बच्चे हुए..तीनों मर गए..ऐसे में ब्रिटिश सरकार को उसे सुधरने का एक मौका देना चाहिए...अब चूंकि वो आतंकवादियों के काम करने का तरीका सीख गई है इसलिए आतंकवाद से लड़ने में ब्रिटेन सरकार की मदद करेगी..
सोचिए यही वो शमीमा बेगम है जिसने मैनचेस्टर में हुए बम ब्लास्ट और 22 लोगों की मौत पर कहा था कि ये ISIS का "प्रतिशोध" है...और अब इसी आतंकी को दोबारा ब्रिटिश नागरिकता दिलाने के लिए BBC कैम्पेन चला रहा है..हालांकि उसके इस स्टैंड की वजह से ब्रिटेन के कई लोग BBC से नाराज़ हैं..लेकिन BBC अपने एजेंडे पर लगा है...कश्मीर में भी जब बुरहान वानी मारा गया था तब BBC ने उसे Charishmatic Youth Millitant कहा था...करिश्माई युवा उग्रवादी...BBC इंडिया कभी भी जम्मू-कश्मीर का सही नक्शा नहीं दिखाता...ऐसे BBC पर तो रेड नहीं बल्कि लीगल एक्शन होना चाहिए...
- DEEPAK JOSHI
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