.jpeg)
अधिक मास में प्रदोष व्रत का महत्व एवं श्रावण में करें यह काम जल्दी बनेंगे विवाह योग
सनातन धर्म में श्रावण के महीने को पुनीत माह के रूप में माना जाता है। माना जाता है कि यह विशेष माह भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माह है। इस माह में शिव की उपासना करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। लेकिन इस वर्ष श्रावण अधिक मास पड़ रहा है।
श्रावण के अधिक मास के बारे में जब हमारी टीम ने टैरो कार्ड रीडर ज्योति जी से अधिक मास के पुनीत फलों के बारे में पूछा एवं भगवान शिव की उपासना कैसे करें यह पूछा तो उन्होंने अधिक मास के बारे में एवं अधिक मास में कैसे पूजा करें इस बात की जानकारी दी।
शास्त्रों में बताया गया है कि रवि प्रदोष व्रत का पालन करने से साधक को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही भगवान शिव की कृपा साधक पर बनी रहती है। इसके साथ यह व्रत रखने से स्वास्थ्य को भी बहुत लाभ प्राप्त होता है और व्यक्ति निरोगी जीवन जीता है। मान्यता यह भी है कि प्रदोष काल में भगवान शिव की उपासना करने से साधक को सुख, समृद्धि, धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
अधिक मास में शिव भगवान को कैसे करें प्रसन्न
अगर आप देवों के देव महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन उत्तर दिशा में मुख कर भगवान शिव की पूजा करें। इससे भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। अगर आप शारीरिक रूप से सक्षम हैं, तो सोमवार का व्रत जरूर करें।
- अगर आप भगवान शिव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन गंगाजल से भगवान शंकर का अभिषेक करें। ऐसा करने से शिव जी की कृपा-दृष्टि साधक पर सदैव बरसती है।
- अधिक मास में रोज 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं. इस एक उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
- अगर घर में किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो सावन में रोज सुबह घर में गोमूत्र का छिड़काव करने के साथ ही गुग्गुल धूप जलाएं.
- विवाह में आ रही अड़चन दूर करने के लिए श्रावण में रोज शिवलिंग पर केसर मिला दूध चढ़ाएं. इससे विवाह के योग जल्दी बनते हैं.
- श्रावण में रोज नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा.
- सावन में गरीबों को भोजन कराने से आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और साथ ही पितरों को भी शांति मिलती है।