
चंद्र को बनाएं सुख और समृद्धि देने वाला, आजमाएं ये सरल उपाय
ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः
हमारे शास्त्रों में हर एक परेशानी का का हल दिया गया है। शास्त्रों में हर बो समस्या का हल बताया गया है। जिसके चलते हमें परेशानी हो रही है। आज बात करते हैं कि अगर आपकी कुंडली में ग्रहों की चाल में अगर चंद्रमा को अच्छा करना है तो आप इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
चंद्रमा खराब हो तो होती है यह परेशानी
महसूस करें कि अगर आपको लग रहा है कि आप डिप्रेशन में हैं। या आपको अनिद्रा, कमजोरी, नर्वस सिस्टम की समस्या, आ रही है । ह्रदय एवं फेफड़े सम्बन्धी रोग, बायें नेत्र में विकार, अनिद्रा, अस्थमा, डायरिया, रक्ताल्पता, रक्तविकार, जल की अधिकता या कमी से संबंधित रोग, उल्टी किडनी संबंधित रोग, मधुमेह, ड्रॉप्सी, अपेन्डिक्स, कफ रोग,मूत्रविकार, मुख सम्बन्धी रोग, नासिका संबंधी रोग, पीलिया, मानसिक रोग इत्यादि। चंद्रमा माता का सूचक और मन का कारक है। कुंडली में चंद्र के अशुभ होने पर मन और माता पर प्रभाव पड़ता है। लोगों की बेचैनी और शांति का कारण भी चंद्रमा है।
आज आपको बताते हैं कि अगर इस तरह की आपको समस्याएं हो रही हैं, तो एक बार आप किसी विद्वान ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली को दिखा ले अगर उसमें चंद्रमा की दशा के कारण आपको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तो आप इन उपायों को करके चंद्रमा की दशा को शांत कर सकते हैं।
चंद्रमा के 9 सरल उपाय
- शिव की भक्ति।
- सोमवार का व्रत।
- मोती धारण करना।
- प्रतिदिन माता के पैर छूना।
- पानी या दूध को साफ पात्र में सिरहाने रखकर सोएं और सुबह कीकर के वृक्ष की जड़ में डाल दें।
- चावल, सफेद वस्त्र, शंख, वंशपात्र, सफेद चंदन, श्वेत पुष्प, चीनी, बैल, दही और मोती दान करना चाहिए।
- दो मोती या दो चांदी के टुकड़े लेकर एक टुकड़ा पानी में बहा दें तथा दूसरे को अपने पास रखें।
- सोमवार को सफेद वस्तु जैसे दही, चीनी, चावल, सफेद वस्त्र,1 जोड़ा जनेऊ, दक्षिणा के साथ दान करना। 'ॐ सोम सोमाय नमः' का 108 बार नित्य जाप करना श्रेयस्कर होता।