सट्टा बाजार में किस पार्टी को फायदा 

सट्टा बाजार में किस पार्टी को फायदा 

उज्जैन (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं सिर्फ आगामी 3 दिसंबर को मतगणना बाकी है, लेकिन सट्टा बाजार अपने आंकड़ों से मशहूर है। यह बात सही है कि सत्ता का ऊंट किस करवट बैठ जाए कहा नहीं जा सकता । फिर भी सट्टा बाजार कांग्रेस की सरकार बनने की ओर इशारा कर रहा है। फलोदी सट्टा बाजार में दर्शाया गया है कि बीजेपी कुछ खास नहीं कर रही है जिससे कि वह सिर्फ 107 से 110 सीट वहीं कांग्रेस को 115 से 117 सीट मिलती हुई दिखाई जा रही है। चुनावी आंकड़ों में सट्टा बाजार कभी-कभी सटीक भी बैठ जाता है। राजस्थान में रामदेवरा जिला में प्रसिद्ध फलोदी जगह का सट्टा बाजार हमेशा अपने आंकड़ों से मशहूर रहता है। हालांकि सर्वे एवं ओपिनियन पोल ने चुनाव के पहले ही दर्शाया था कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत प्राप्त हो सकता है। मतगणना के पश्चात ही उज्जैन जिले में भी पिछले विधानसभा चुनाव जैसे ही जैसे ही मतदान का प्रतिशत लगभग वही भाग रहा है। उज्जैन जिले की 7 सीटों में से कुछ सीटों पर कांटे की मुकाबला होने की संभावना है जिसमें मुख्य रूप से महिदपुर, घटिया एवं बड़नगर, उज्जैन उत्तर विधानसभा को मुख्य रूप से टक्कर में माना जा रहा है। मतदान के बाद गली नुक्कड़ या चौराहा की चाय की होटल पर आम जनों को गर्म चाय की चुस्कियां लेते हुए चर्चा करते देखा जा सकता है कि इस बार जिले में किस पार्टी को फायदा हो सकता है। ग्रामीण क्षेत्र में महिदपुर एवं बड़नगर में काफी हद तक त्रिकोणीय मुकाबला के चलते काफी चुनावी टक्कर देखने को मिली। सूत्रों के मुताबिक जिले में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा से बड़नगर सीट को छोड़कर हर सीट पर कड़ी टक्कर में चुनाव लड़कर मुकाबला किया लेकिन मुकाबला के बाद मतदान भी हुआ और मतदान के बाद मत पेटियों की मशीनों में परिणाम बंद हो गया। अगर सट्टा बाजार के आंकड़ों पर भरोसा किया जाए तो उज्जैन जिले की सीटों पर भी कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है।

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