चुनाव आयोग ने सपा से लगभग 2,000 समर्थकों की भीड़ जुटाने पर मांगा जवाब, 5 बजे तक जवाब ने देने पर की जाएगी कार्रवाई
चुनाव आयोग ने सपा से लगभग 2,000 समर्थकों की भीड़ जुटाने पर मांगा जवाब, 5 बजे तक जवाब ने देने पर की जाएगी कार्रवाई
देश मे पांच राज्यों मे विधानसभा चुनाव 2022 होने हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड, और मनिपुर राज्यों में चुनाव होने हैं। ये चुनाव तब हो रहें हैं जब कोरोना की स्थिति देश पर कहर बन बरस रही है। ऐसे में चुनाव आयोग ने चुनाव होने वाले राज्यों में लड़ने वाली पार्टियों के लिए काफी कोविड दिशानिर्देश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि दिशा- निर्देश दिए जाने के बावजूद पार्टियां इसका उल्लंघन कर रही हैं।
बता दें किउत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित कोविड दिशानिर्देशों के विपरीत, सपा के लगभग 2,000 समर्थक शुक्रवार को लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग पर पार्टी के कार्यालय परिसर में एकत्र हुए। जिसपर चुनाव आयोग ने पार्टी को नोटिस भेज जवाब मांगा है।
समाजवादी पार्टी के पास चुनाव आयोग द्वारा जारी एक नोटिस का जवाब देने के लिए रविवार शाम 5 बजे तक का समय है, जिसमें पूछा गया है कि उसने अपने लखनऊ मुख्यालय में कोविड -19 मानदंडों का उल्लंघन करते हुए एक सार्वजनिक बैठक क्यों आयोजित की। विडंबना यह है कि जनसभा को "आभासी रैली" माना जाता था। हालांकि पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक सपा कार्यालय के बाहर मजबूती से दिखे। खबरों के मुताबिक, शीर्ष नेताओं ने भीड़ को संबोधित किया, जो खुले तौर पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के जनादेश की अवहेलना कर रही थी।
सपा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270,341, 54 और 3 और महामारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आयोग ने कहा कि अगर अखिलेश यादव के नेतृत्व वाला संगठन निर्धारित समय के भीतर नोटिस का जवाब देने में विफल रहता है, तो कार्रवाई शुरू की जाएगी।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि पोल पैनल ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इन चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों, नेताओं, कार्यकर्ताओं या जनता की कोई मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो देश में तीसरी कोविड -19 लहर के बीच आयोजित किए जा रहे हैं।