फोन बंद कर बे........ मंत्री जी भूले अपने पद की गरिमा
फोन बंद कर बे........ मंत्री जी भूले अपने पद की गरिमा
लखीमपुर खीरी : जाने-माने मंत्री और हिंसा मामले में विवादों में घिरे अजय मिश्र टेनी ने फिर एक बार पत्रकारों के साथ अभद्रता की मंत्री जी रौब में यह भी भूल गए कि आखिर वह मंत्री हैं। मंत्री जी ने आव देखा ना ताव पत्रकार के सवाल पूछने पर ही सत्ते से पत्रकारों पर ही उखड़ गए मंत्री जी।
बताते चलें कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र खीरी में ऑक्सिजन प्लांट का उद्घाटन करने गए थे. उसी दौरान पत्रकारों ने जब उनसे बेटे आशीष मिश्रा पर अतिरिक्त धाराएं लगाए जाने को लेकर सवाल पूछा तो वे मीडिया कर्मियों पर आग-बबूला हो गए. मंत्री ने न केवल पत्रकारों को गालियां दी बल्कि उनके साथ हाथापाई करने की भी कोशिश की.
सोशल मीडिया पर हो गए ट्रोल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखता है कि एक टीवी चैनल के पत्रकार ने मंत्री अजय मिश्रा टेनी से उनके बेटे पर बढ़ाई गई धाराओं को लेकर प्रतिक्रिया मांगी थी. उसी दौरान मंत्री टेनी ने माइक झपटते हुए गालियां दीं और फोन से रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए कहा. मंत्री ने भड़कते हुए पूछा, 'मुझसे क्या जानना चाहते हो. एसआईटी ने धाराएं बढ़ाईं हैं तो उनसे जाकर पूछो. इस मामले में चार्जशीट लग गई क्या?' इसके बाद गुस्साए मंत्री एक मीडियाकर्मी को थप्पड़ मारने की भी कोशिश करते हैं. मंत्री की इस हरकत पर अब उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है.
विपक्ष ने मांगा मंत्री का इस्तीफा
इसी बीच विपक्ष भी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर हमलावर हो गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'SIT ने जांच के बाद कहा कि ये बड़ी साज़िश थी. ये जाहिर है कि साज़िश किसने और कैसे की. हम इस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं लेकिन सरकार राजी नहीं है. ये लोग एक तरफ तो किसानों से माफ़ी मांगते हैं, वहीं दूसरी तरफ जो हत्यारा है उसको मंत्रिमंडल में रखा है. तीनों कृषि कानूनों की वापसी की तरह जब तक इस मंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं. '
TMC की नेता सुष्मिता देव ने कहा, मंत्री टेनी के बेटे का नाम लखीमपुर हिंसा की साजिश में सामने आया है. अगर मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे तो ये साबित करता है कि ये पीएम के इशारे पर हुआ है. मुझे पूरा संदेह है कि वे मंत्री पद पर रहते हुए जांच में दखल डालेंगे, इसी लिए इस्तीफा जरूरी है.