भाजपा प्रवक्ता की मांग , शराब मुक्त देश बने भारत

भाजपा प्रवक्ता की मांग , शराब मुक्त देश बने भारत

लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोलने के सरकारी आदेश के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की जो धज्जियाँ उड़ी है उसे पूरे देश ने देखा है। अब देश में एक मुद्दा तेजी से उठ रहा है, जिसमें देशभर में शराब की बिक्री पर स्थाई रोक की मांग की है। भाजपा प्रवक्ता अश्वीनी उपाध्यास ने देश में

लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोलने के सरकारी आदेश के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की जो धज्जियाँ उड़ी है उसे पूरे देश ने देखा है। अब देश में एक मुद्दा तेजी से उठ रहा है, जिसमें देशभर में शराब की बिक्री पर स्थाई रोक की मांग की है।

भाजपा प्रवक्ता अश्वीनी उपाध्यास ने देश में पूर्ण शराबबंदी की मांग को प्रमुखता से उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमितशाह को टैग कर ट्विीट करते हुए लिखा कि ‘नशा-शराब कारोबार से जितना राजस्व मिलता है उससे ज्यादा शारीरिक मानसिक बीमारियों के ईलाज, अपराध नियंत्रण, सब्सिडी, गुजारा भत्ता तथा स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा योजनाओं पर खर्च होता है।’

इसके साथ ही उन्होंने संविधान के आर्टिकल 47 का जिक्र करते हुए लिखा कि आर्टिकल 47 भारत को नशा मुक्त और शराब मुक्त बनाने का निर्देश देता है लेकिन संविधान की शपथ लेने वाली सरकारें जनता को नशेड़ी और शराबी बनाना चाहती हैं परिवार समाज और देश की सैकड़ों समस्याओं का मूल कारण नशा और शराब है।

बिमारियों की जड़ है शराब

शराब से सबसे ज्यादा कैसर होने का खतरा रहता है। एक शोध के मुताबिक शराब का नियमित सेवन करने से लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, छाती का कैंसर, बड़ी आंत का कैंसर, छोटी आंत का कैंसर, फूड पाइप का कैंसर जैसे 7 तरह के कैंसर का खतरा रहता है। साथ ही दुनिया में होने वाली हर 20 मौत में से एक मौत का कारण शराब होता है।

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