भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को भेजीं जरूरी दवाइयां
नई दिल्ली: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ( United Nation General Council) को संबोधित किया। इससे पहले शुक्रवार को भारत के प्रतिनिधि मिजितो विनितो महासभा की बैठक में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर
नई दिल्ली: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ( United Nation General Council) को संबोधित किया। इससे पहले शुक्रवार को भारत के प्रतिनिधि मिजितो विनितो महासभा की बैठक में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर भारत के 130 करोड़ से ज्यादा लोगों की तरफ से प्रत्येक सदस्य देश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत को इस बात का बहुत गर्व है कि वो संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक देशों में से एक है।
अतंकवादी पर साधा निशाना : आतंकवाद का एक बार फिर जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत मानवता के दुश्मनों, मानव जाति और मानवीय मूल्यों के खिलाफ अपनी आवाज उठाने में नहीं हिचकेगा – इनमें आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स और मनी-लॉन्ड्रिंग शामिल हैं।
पीएम मोदी ने पूछा यूएन से सवाल
यूएनजीसी के ऊपर सवालिया निशान खड़ा करते पीएम मोदी ने पूछा कि पिछले 8-9 महीने से विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से संघर्ष कर रहा है। इस वैश्विक महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली प्रतिक्रिया कहां है? संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं में, व्यवस्थाओं में बदलाव, स्वरूप में बदलाव, आज समय की मांग है।
उन्होंने कहा कि भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र के सुधारों को लेकर जो प्रक्रिया चल रही है, उसके पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या ये प्रक्रिया तार्किक अंत तक पहुंच पाएगी। आखिर कब तक भारत को संयुक्त राष्ट्र के डिसीजन मेकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा।
भारत ने दिया मुश्किल घड़ी में साथ
भारत ने महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं वैश्विक समुदाय को एक और आश्वासन देना चाहता हूं। भारत की वैक्सीन का उत्पादन और वैक्सीन वितरण क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी।
भारत ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर अग्रसर
पीएम मोदी ने ‘ आत्मनिर्भर भारत ‘ को अपने संबोधन में जगह दी। उन्होंने कहा कि महामारी के बाद के युग की बदली परिस्थितियों में, हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं। एक आत्मनिर्भर भारत भी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए गुणक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि महिला उद्यमिता और नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए भारत में बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय महिलाएं, आज, दुनिया की सबसे बड़ी वित्तपोषण योजना माइक्रो की सबसे बड़ी लाभार्थी हैं
। भारत उन देशों में से एक है जहां महिलाओं को 26 सप्ताह का मातृत्व अवकाश प्रदान किया जाता है।
ट्रांसजेंडर के लिए हो रहा काम : पीएम मोदी ने भारत के ट्रांसजेंडर की बात की। भारत में, ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों को आवश्यक कानूनी सुधारों के माध्यम से सुरक्षित किया जा रहा है।
मानसी शर्मा