
कोरोना की दूसरी लहर थमते ही बड़ी संख्या में नेपाली कामगारों का भारत आना शुरू
रूपईडीहा(बहराइच)। भारत में कोरोना की धीमी पड़ती रफ्तार को ध्यान में रखते हुए नेपाली कामगारों ने रोज़गार की तलाश में एक बार फिर भारत की ओर रुख़ किया है। पिछले 2 दिनों में लगभग 3 सौ से 4 सौ नेपाली कामगारों ने नेपाली सीमा जमुनहा से भारतीय कस्बा रुपईडीहा के रास्ते भारत में प्रवेश किया
रूपईडीहा(बहराइच)। भारत में कोरोना की धीमी पड़ती रफ्तार को ध्यान में रखते हुए नेपाली कामगारों ने रोज़गार की तलाश में एक बार फिर भारत की ओर रुख़ किया है। पिछले 2 दिनों में लगभग 3 सौ से 4 सौ नेपाली कामगारों ने नेपाली सीमा जमुनहा से भारतीय कस्बा रुपईडीहा के रास्ते भारत में प्रवेश किया । इस संबंध में जानकारी देते हुए नेपाली जमुनहा चौकी इंचार्ज विष्णु गिरी ने बताया काफी दिनों इस बॉर्डर पर आवागमन में कमी देखी जा रही थी।परंतु दो-तीन दिनों में काफी बड़ी संख्या में नेपाली कामगारों की हलचल देखने को मिल रही है ।
उन्होंने बताया कि दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र रोल्पा, डोल्पा , जुमला, हुमला, कालिकोट , जाजरकोट दैलेख, सुर्खेत व सल्यान आदि इलाकों के बड़ी संख्या में भारत में काम करने वाली नेपाली कामगारों ने भारत जाने का निर्णय लिया है । आपको बताते चलें कि नेपाली कामगार खेती किसानी करने के उद्देश्य भारत का काम छोड़कर अपने देश में चले जाते हैं । और जैसे ही उनके काम समाप्त होते हैं । वापस फिर भारत की ओर रुख कर लेते हैं ।इन दिनों पहाड़ों पर हो रही वर्षा से नेपाली क्षेत्रों में रोजगार न के बराबर रह गया है। जिससे इन लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। जिसके कारण इन कामगारो ने भारत के महानगरों में कामकाज कामकाज की तलाश में एक बार पुनः जाने का निर्णय लिया है।
रिपोर्ट : रईस
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