
हिंदी के साथ स्थानीय भाषा में भी होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई
हिंदी के साथ स्थानीय भाषा में भी होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई
हिंदी माध्यम से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई का सपना देख रहे होनहारों के लिए केंद्र सरकार ने बेहद खास तोहफा दिया है। अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान अंग्रेजी भाषा उनके बीच की बाधा नहीं बनेगी। केंद्र सरकार के मुताबिक अब हिंदी और अन्य स्थानीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में 36वें भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस (आईईआई) के समापन सत्र में कहा कि स्थानीय भाषाओं और मातृभाषा में इंजीनियरिंग की शिक्षा सशक्तिकरण का एक साधन बनेगी।
इस अवसर पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत वैज्ञानिक सोच और सुदृढ़ इंजीनियरिंग क्षमताओं वाले लोगों का देश रहा है और हमारे सभ्यतागत इतिहास में संरचनात्मक इंजीनियरिंग, जल प्रबंधन और समुद्री इंजीनियरिंग आदि के वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद हैं। उन्होंने भारत की इंजीनियरिंग परंपराओं को आगे बढ़ाने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भूमिका के लिए आईईआई की सराहना की।
At the 36th Indian Engineering Congress. https://t.co/RD5d87zpSM
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) December 27, 2021
धर्मेंद्र प्रधान ने इस पर जोर दिया कि इंजीनियरिंग की शिक्षा केवल डिग्री प्रदान करने तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए। हमें अपने इंजीनियरिंग समुदाय की शिक्षण प्रक्रिया और क्षमता निर्माण में भाषा संबंधी बाधाओं को दूर करने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करना चाहिए।
उन्होंने आगे अनुरोध किया कि आईईआई को नवाचार, इसके सदस्यों के द्वारा ज्ञान साझा करने और रोजगार व उद्यमिता के नए प्रतिमान बनाकर भारत की इंजीनियरिंग क्षमता को और अधिक मजबूत करने का प्रयास जरूर करना चाहिए।