खुद के नाम से वायरल हो रहे मैसेज का रतन टाटा ने किया खंडन
संचार क्रांति के इस दौर में हर हाथ में फोन और इंटरनेट मौजूद है | ऐसे में कभी कभी यह जानना और समझना काफी मुश्किल हो जाता है कि जो सूचना या सन्देश हम तक आ रहे हैं या जिस व्यक्ति के नाम से आ रहे हैं वह सूचना या उस बात में उस व्यक्ति
संचार क्रांति के इस दौर में हर हाथ में फोन और इंटरनेट मौजूद है | ऐसे में कभी कभी यह जानना और समझना काफी मुश्किल हो जाता है कि जो सूचना या सन्देश हम तक आ रहे हैं या जिस व्यक्ति के नाम से आ रहे हैं वह सूचना या उस बात में उस व्यक्ति का नाम सही है या नहीं | इस समस्या का सामना मशहूर लोगों को अक्सर करना पड़ता है | सोशल मीडिया पर किसी मशहूर हस्ती के नाम से कोई मैसेज चलता है और देखते ही देखते हर कोई उसको शेयर करने लगता है या अपनी वाल पर चिपकाने लगता है, और उस हस्ती को खुद आकर सफाई देनी पड़ती है कि मैंने कभी ऐसा कुछ कहा ही नहीं |
ऐसा ही एक मैसेज देश के जाने माने और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा के नाम से वायरल हो रहा है | मैसेज में अखबार की एक कटिंग लगाई गई है और लिखा है-
रतन टाटा के सन्देश- 2020 जीवित रहने का साल है, लाभ हानि की चिंता न करें | इस सन्देश में आगे लिखा है- “व्यवसायिक पेशेवरों के लिए टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा ने लघु सन्देश जारी किया है | इसमें उन्होंने व्यापार करने वालों, उद्योग संचालन करने वाले लोगों को प्रेरित किया है | अपने लघु सन्देश में रतन टाटा ने कहा कि व्यापर की दुनिया के मेरे प्रिय दोस्त, 2020 बस जीवित रहने का वर्ष है | इस साल आप लाभ और हानि के बारे में चिंता मत करें | सपने और योजनाओं के बारे में भी बात न करें | इस वर्ष अपने आप को जीवित रखना सबसे महत्वपूर्ण है | जीवित रहना एक लाभ बनाने जैसा ही है” |
I’m afraid this too, has not been said by me. I will endeavour to call out fake news whenever I can, but would encourage you to always verify news sources. My picture alongside a quote does not guarantee me having said it, a problem that many people face. pic.twitter.com/pk0S75FxPA
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) May 3, 2020
फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम में तेजी से वायरल होते इस मैसेज का खंडन करने के लिए आखिर रतन टाटा को ही सामने आना पड़ा | ट्विटर पर वायरल मैसेज की तस्वीर लगाकर सन्देश जारी करते हुए रतन टाटा ने लिखा- “मैं खुद इससे भयभीत हूँ, मेरे द्वारा यह कभी नहीं कहा गया | मैं गलत ख़बरों का हमेशा खंडन करता रहूंगा और चाहूंगा कि आप स्वयं भी सन्देश या खबर की प्रमाणिकता की जांच करें | किसी सन्देश के साथ मेरी तस्वीर का लगा होना यह प्रमाणित नहीं करता कि वह सन्देश मेरे द्वारा जारी किया गया है | बहुत से लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है”|