अडानी के हवाले हुए जयपुर समेत 3 और हवाई अड्डे
नई दिल्ली। कम से कम सरकारी हस्ताक्षेप के देशवासियों को बेहतर सुविधाए मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध मौजूदा केंद्र सरकार ने 3 नये हवाई अड्डे 50 साले के लिए अडानी समूह को सौंप दिये है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम् हवाई अड्डों का परिचालन अडाणी समूह को सौंपने को मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली। कम से कम सरकारी हस्ताक्षेप के देशवासियों को बेहतर सुविधाए मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध मौजूदा केंद्र सरकार ने 3 नये हवाई अड्डे 50 साले के लिए अडानी समूह को सौंप दिये है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम् हवाई अड्डों का परिचालन अडाणी समूह को सौंपने को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को यहाँ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम् हवाई अड्डों का परिचालन निजी कंपनियों को सौंपने के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है।
इससे नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीनस्थ कंपनी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को एकमुश्त 1,070 करोड़ रुपये की आमदनी होगी। साथ ही यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं में भी सुधार होगा।श्री जावडेकर ने बताया कि सार्वजनिक जन भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर लीज पर इन हवाई अड्डों का संचालन, प्रबंधन, रखरखाव और विकास आदि का अधिकार अडाणी समूह को सौंपा जायेगा। यह लीज 50 साल के लिए होगा। अभी इन तीनों हवाई अड्डों का परिचालन एएआई के पास है।
लखनऊ, अहमदाबाद और मेंगलुरु हवाई अड्डों के साथ जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम् हवाई अड्डों को लीज पर देने के लिए दिसंबर 2018 में प्रस्ताव अनुरोध जारी किये गये थे। फरवरी 2019 में अडाणी समूह को इनका आवंटन किया गया था। इनमें लखनऊ, अहमदाबाद और मेंगलुरु हवाई अड्डों के लिए अडाणी समूह के साथ एएआई ने रियायत समझौते पर हस्ताक्षर कर दिये हैं।
कानूनी पेंच के कारण जयपुर, तिरुवनंतपुरम् और गुवाहाटी हवाई अड्डों का प्रबंधन नहीं सौंपा जा सका था। आज मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद अब इन तीनों हवाई अड्डों को भी अडाणी समूह को सौंपने का रास्ता साफ हो गया है।