
राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के हारने की बड़ी वजह क्या उनकी लोकप्रियता में कमी है?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में डेमोक्रेट्स पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने जीत हासिल कर ली है। बिडेन ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 270 इलेक्टोरल वोटों से हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए हैं। हालांकि ट्रंप पहले ऐसे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं जिन्हें विपक्ष के तौर पर सबसे
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में डेमोक्रेट्स पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने जीत हासिल कर ली है। बिडेन ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 270 इलेक्टोरल वोटों से हराकर अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए हैं। हालांकि ट्रंप पहले ऐसे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं जिन्हें विपक्ष के तौर पर सबसे अधिक वोट मिले हैं। डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में इस बार 70 मिलियन से ज़्यादा वोट मिले हैं जो अमेरिका के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा वोटिंग नंबर है.
कई राज्यों में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर हुई है। बेटलग्राउन्ड की बात करें तो जो बिडेन ने जॉर्जिया, एरिज़ोना, मिशिगन, नेवादा, न्यू हैम्पशायर, पेंसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन राज्यों में जीत हासिल की है जबकी डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तरी कैरोलिना, फ्लोरिडा, आयोवा, ओहियो, टैक्सास समेत 24 राज्यों में बाजी मारी है।
कैलिफ़ोर्निया की डेमोक्रेट नेता कमला हैरिस और उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ने जीत हासिल कर ली है। कमला हैरिस, पहली भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका की पहली एशियाई हैं जिन्होंने उप-राष्ट्रपति के पद पर जीत दर्ज की है।
क्यों आई डोनाल्ड ट्रंप के लोकप्रियता में कमी?
यह चुनाव कोरोना महामारी के समय हुआ है। कोरोना महामारी ने अमेरिका को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस वैश्विक महामारी ने अमेरिका के चुनाव को भी उतना ही प्रभावित किया है। अमेरिका में कोरोना से 1 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 2 लाख 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी उम्मीदवार का प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक कोरोना महामारी भी होगी। पर डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे पर बात नहीं की, जिससे उनकी लोकप्रियता पर काफी असर पड़ा।
अमेरिका के पीयू रिसर्च ने एक पोल किया था जिसके मुताबिक कोरोना संक्रमण को संभालने के हिसाब से ट्रंप से बिडेन 17 पॉइंट आगे हैं। कोविड-19 ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में जल्दबाजी में फैसले लेने से ट्रंप के प्रशंसकों ने भी नाराजगी जाहिर की। वहीं बिडेन ने अपने चुनावी प्रचार में कोरोना महामारी को जगह दी।
बीते महीनों में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से भी अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया था। ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ जैसे आंदोलन, हिंसा, गिरती अर्थव्यवस्था और कोरोना महामारी ने सबका ध्यान खींच हुआ था।
बिडेन के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप के अलावा कोई भी उम्मीदवार नहीं था ऐसे में वो लोगों को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहे कि ट्रंप भड़काऊ भाषण देते हैं। उन्होंने अमेरिका की जनता को यह यकीन दिलाया कि अमेरिका को ऐसा नेता चाहिए जो स्थिरता के साथ अमेरिका को आगे लेके जाए।
जो बिडेन का राजनितिक सफर
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव 2020 में डोनाल्ड ट्रंप को पराजित करने के बाद जो बिडेन 20 जनवरी को 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य हैं जिन्होंने 2009 से 2017 तक 47वें उपाध्यक्ष का पदभार संभाला और 1973 से 2009 के लिए डेलावेयर के लिए संयुक्त राज्य सीनेटर के रूप में कार्य किया। जो बिडेन का राजनीतिक सफर बराक ओबामा के नेतृत्व में काफी सफल भी रहा था।
रिपोर्ट – मानसी शर्मा
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