सुख और वैभव देने वाले शुक्र का 27 सितंबर को सिंह राशि में परिवर्तन

सुख और वैभव देने वाले शुक्र का 27 सितंबर को सिंह राशि में परिवर्तन

फलित ज्योतिष के अनुसार जातक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान ग्रह शुक्र कर्क राशि की यात्रा समाप्त करके 27 सितंबर की मध्यरात्रि 01 बजे सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 23 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक रहेंगे उसके बाद कन्या राशि में प्रवेश कर

फलित ज्योतिष के अनुसार जातक के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान ग्रह शुक्र कर्क राशि की यात्रा समाप्त करके 27 सितंबर की मध्यरात्रि 01 बजे सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 23 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक रहेंगे उसके बाद कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। सिंह राशि सूर्य की राशि है जिनका शुक्र से परस्पर शत्रुवत सम्बन्ध है इसलिए किसी भी जातक की जन्मकुंडली में यदि शुक्र सिंह राशि में रहते हैं तो बहुत अच्छा फल नहीं दे पाते। जातक के जीवन में भौतिकता का अभाव तथा उदासीनता लाने का प्रयास करते रहते हैं किंतु, जन्मकुंडली में यदि सूर्य की स्थिति अच्छी हो तो शुक्र का दुष्प्रभाव उतना असर कारक नहीं रहता। वृषभ एवं तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच राशिगत संज्ञक तथा मीन राशि में उच्चराशिगत संज्ञक कहे गए हैं।

मेष राशि- राशि से पंचम भाव में शुक्र का गोचर मिलाजुला फल कारक रहेगा। शिक्षा प्रतियोगिता की दृष्टि से तो यह अनुकूल रहेंगे किंतु प्रेम अथवा दांपत्य संबंधी मामलों में नहीं कहे जाएंगे। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। लाभ भाव पर इनकी शुभ दृष्टि के प्रभाव स्वरूप आय के साधन बढ़ेंगे। दिया गया धन भी वापस मिलने के संकेत। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से सहयोग मिलेगा। शासन सत्ता का सदुपयोग करें, उच्चाधिकारियों से भी मधुर संबंध बनाए रखें।

वृषभ राशि- राशि चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर करना माता-पिता के लिए स्वास्थ्य संबंधित चिंता तो बढ़ा सकता है किंतु आपके प्रतीक्षित कार्यो का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन खरीदने का संकल्प पूर्ण हो सकता है किंतु किसी न किसी कारण से आप मानसिक अशांति का सामना करेंगे। मित्रों तथा संबंधियों से भी सहयोग मिलेगा। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। सामान चोरी होने से बचाएं। कर्म भाव पर इनकी पूर्ण शुभदृष्टि के प्रभावस्वरूप सरकार के विभागों में रुके हुए कार्यों का निपटारा होगा।

मिथुन राशि- राशि से तृतीय भाव में शुक्र आपके साहस और पराक्रम की वृद्धि तो करेंगे ही आपके द्वारा किए गए कार्यों तथा लिए गए निर्णय की सराहना भी होगी। भाइयों में आपसी मतभेद बढ़ सकता है इसे ग्रह योग समझकर बढ़ने न दें। भाग्य भाव पर इनकी दृष्टि के प्रभाव स्वरूप धर्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र में गहरी रूचि रहेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करना सफल रहेगा। विवाह संबंधित वार्ता सफल रहेगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव के योग।

कर्क राशि- राशि से धनभाव में शुक्र का गोचर आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग भी बनेंगे और दिया गया धन वापस आने के संकेत। विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर खर्च होगा। मकान-वाहन आदि का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल है लाभ उठाएं। नए कार्य अथवा व्यापार आरंभ करने की दृष्टि से भी गोचर अनुकूल रहेगा। आयुभाव पर इनकी शुभदृष्टि के प्रभावस्वरूप सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य के प्रति हर समय सजग रहना पड़ेगा। पैतृक संपत्ति बेचने से बचें।

सिंह राशि- आपकी राशि में शुक्र का गोचर अप्रत्याशित परिणाम दिला सकता है यद्यपि इस राशि में शुक्र का गोचर जातक को अशांत करता है इसलिए आपको भी कहीं न कहीं से मानसिक अशांति का सामना करना ही पड़ेगा। मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा। विवाह संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी किंतु, दांपत्य जीवन में कटुता न आने दें। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। प्रतिष्ठित लोगों से भी मेलजोल बढ़ेगा। विद्यार्थियों अथवा प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को अच्छे अंक के लिए और प्रयास करने होंगे।

कन्या राशि- राशि से बारहवें भाव में शुक्र का गोचर फलित ज्योतिष में अति योग कारक कहा गया है किंतु ह्रदय तथा आंखों की बीमारी से बचें। घूमने फिरने तथा विलासिता पूर्ण वस्तुओं के खरीदने पर अधिक खर्च होगा। लेन-देन के मामलों में तो अधिक सावधानी बरतें किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा धन हानि की संभावना बनी रहेगी। इनकी छठे भाव पर दृष्टि के फलस्वरूप गुप्त शत्रु बनेंगे भी और स्वतः नष्ट होंगे कोर्ट कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आने के संकेत।

तुला राशि- राशि से लाभभाव में शुक्र का गोचर हर प्रकार से लाभदायक ही रहेगा हो सकता है आपका कार्य होते होते रुक जाए किंतु हताश न हों अंततः आप सफल रहेंगे। अपने सामर्थ्य तथा ऊर्जा शक्ति के बल पर विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। इनकी पंचम भाव पर पूर्ण दृष्टि के शुभ प्रभाव स्वरूप शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के योग।

वृश्चिक राशि- राशि से कर्मभाव में शुक्र का गोचर हर तरह से लाभदायक ही रहेगा। पैतृक संपत्ति से लाभ के योग। नौकरी में पदोन्नति तथा मान- सम्मान की प्राप्ति होगी। नए अनुबंध पर हस्ताक्षर अथवा नौकरी में स्थान परिवर्तन करना चाह रहे हों तो प्रयास करें समय अनुकूल है। शुक्र की चतुर्थ भाव पर दृष्टि के फलस्वरूप मकान वाहन खरीदने का सपना पूर्ण हो सकता है। मित्रों तथा सहयोगियों से भी लाभ के योग। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी परिवार में मांगलिक कार्यों से माहौल खुशनुमा रहेगा।

धनु राशि- राशि से भाग्य भाव में शुक्र का गोचर आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ धर्म-कर्म के मामलों में रुचि बढ़ाएगा। विदेश यात्रा करना अथवा विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करना दोनों में सफल रहने के योग। नए लोगों से मेलजोल बढ़ेगा और सहयोग भी मिलेगा। शुक्र की पराक्रम भाव पर दृष्टि के फलस्वरूप अपनी कार्यकुशलता के बलपर विषम हालात को भी सामान्य कर लेंगे। आपके द्वारा लिए गए निर्णय की सराहना भी होगी। नया व्यापार भी आरंभ करना चाह रहे हों तो समय अनुकूल है।

मकर राशि- राशि से अष्टम भाव में शुक्र का गोचर काफी मिलाजुला फल कारक रहेगा। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा सावधान रहें। सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। इनकी धनभाव पर पूर्ण दृष्टि के फलस्वरूप आर्थिक मामलों में उन्नति होगी। विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर खर्च होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने के संकेत है। विद्यार्थियों अथवा प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को अच्छे अंक के लिए अधिक प्रयास करने होंगे। संबंधी चिंता बढ़ सकती है।

कुंभ राशि- राशि से सप्तम भाव में शुक्र का गोचर कार्य व्यापार की दृष्टि से बेहतरीन फलदायक रहेगा किंतु साझा व्यापार करने से बचें। केंद्र अथवा राज्य सरकार से जुड़े हुए विभागों में कार्यो का निपटारा होगा। दैनिक व्यापारियों के लिए समय और भी अनुकूल। विवाह संबंधी वार्ता सफल रहेगी। दांपत्य जीवन में कटुता न आने दें। ससुराल पक्ष से भी रिश्ते बिगड़ने न दें। लग्न भाव पर शुक्र की पूर्ण दृष्टि के फल स्वरुप स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। प्रेम संबंधी मामलों में आपसी विश्वास बढेगा। प्रेम विवाह का भी निर्णय अनुकूल रहेगा।

मीन राशि- राशि से छठे शत्रुभाव में शुक्र का गोचर मिले-जुले फल प्रदान करेगा। अधिक कर्ज के लेनदेन से दूर ही रहें। स्वास्थ्य संबंधी चिंता बढ़ेगी। गुप्त शत्रुओं की भी अधिकता रहेगी। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे सावधान रहें। कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। इनकी बारहवें भाव पर पूर्णदृष्टि के फलस्वरुप यात्रा देशाटन से लाभ के योग। विदेशी कंपनियों से सर्विस के लिए आवेदन करना सफल रहेगा। यात्रा-देशाटन तथा विलासितापूर्ण वस्तुएं खरीदने पर अधिक खर्च होगा।

आचार्य पवन तिवारी
संस्थापक अध्यक्ष ज्योतिष सेवा संस्थान

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