बयाना(राजस्थान)। पिछले चार माह से भी अधिक समय से पंचायत सहायकों को उनके मानदेय का भुगतान नही होने से वह काफी परेशान है। उन्हें अब कोरोना संकट व लाॅकडाउन के साथ ही आर्थिक संकट से ही जूझना पड रहा है। बकाया भुगतान के लिए कई बार संबंधित अधिकारीयों को अवगत कराया गया है। किन्तु वह सुनवाई करने के बजाए टालमटोल कर एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने में लगे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम विकास अधिकारीयोें के सहायक के रूप में पंचायतीराज विभाग की ओर से पंचायत सहायकों की मानदेय के आधार पर अस्थाई नियुक्तियां कई वर्ष पूर्व की गई थी। जिन्हें अभी तक ना तो नियमित किया जा सका है। ना ही उनके मानदेय के भुगतान के लिए अभी तक बजट जारी किया जा सका है। बयाना व रूपवास पंचायत समिती क्षेत्र में भी 90 से अधिक पंचायत सहायक विभिन्न ग्राम पंचायतों में नियुक्त किए गए है। ऐसी नियुक्तियां भरतपुर जिले की सभी पंचायतों में की हुई है। इधर बुधवार को जिला परिषद भरतपुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने एक आदेश जारी कर अब पंचायत सहायकों के बकाया मानदेय के भुगतान की जिम्मेदारी संबंधित ग्राम पंचायतों के जिम्मे डाल दी है। इस आदेश के अनुसार अब ग्राम पंचायत में उपलब्ध निजी आय व अन्य योजना मद से ग्राम पंचायत सहायकों को निचमानुसार लंबित मानदेय का तत्काल भुगतान करने हेतु ग्राम विकास अधिकारीयों को निर्देशित किया गया है। इस आदेश को लेकर अब ग्राम पंचायतें व ग्राम विकास अधिकारी असमंजस में पड गए है।
- संवाददाता राजीव झालानी