मध्य प्रदेश (इंदौर):- राज्य साइबर सेल इंदौर की जानकारी में आया है| कि कुछ आपराधिक तत्वों द्वारा ऐसे वरिष्ठ नागरिक जो अपने घर पर अकेले रहते है या जिनके परिवार के सदस्य अन्य शहरों में रहने के कारण वे अकेले रहते तथा सोशल मीडिया जैसे- फेसबुक, इंस्टाग्राम,व्हाट्सएप,ट्वीटर, आदि पर अपना समय बिताते है| तथा अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती कर अपनी जिंदगी भर की मोटी रकम जालसाजों की दोस्ती के झांसे में आकर गंवा बैठते है| तथा वे भी नागरिक जिनकी इंश्यूरेंस पॉलिसी लेप्स हो गई है| तथा लेप्स पॉलिसी को रिन्युअल कराना चाहते है वे ऑनलाइन किसी व्यक्ति के संपर्क में आने पर, उनसे लेप्स पॉलिसी को रिन्युअल कराने के लिए रूपयें झांसे में आकर गंवा बैठते है| राज्य सायबर सेल आम नागरिकों से यह अपील करती है, कि किसी भी अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया या मोबाइल फोन पर अपनी निजी जानकारी शेयर न करें|
फेसबुक पर किसी अनजान व्यक्ति खासकर विदेशी व्यक्ति के नाम की प्रोफाइल आईडी से फ्रेण्ड रिक्वेस्ट आती है तो उसे एक्सेप्ट न करें| यदि किसी कारणवश फ्रेण्ड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली जाती है तो उससे चेटिंग करते वक्त यह जान ले की सामने वाला अनजान व्यक्ति अपने आपको विदेशी बताकर, आपको उसकी बातों से प्रभावित कर सकता है| वरिष्ठ नागरिक के साथ इस प्रकार की घटना पूर्व मे घटित हो चुकी है| इसी को मध्य नजर रखते हुए राज्य सायबर सेल द्वारा यह एडवायजरी जारी की जा रही है, कि ऐसे ठगों या जालसाजो से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना अति महत्तपूर्ण है|
जालसाज अपने आपको विदेशी बताकर सोशल मीडिया पर दोस्ती करने का झांसा देकर आपको आर्थिक सहायता करने के लिये वह भारत में आपके साथ व्यापार करने या व्यापार में हिस्सेदारी देने का प्रलोभन देकर आपको झांसे में ले सकता है|
जालसाज आपको प्रभावित करके विदेश से कीमती गिफ्ट देने के लिए, पार्सल भेजने का आग्रह करेगा तथा आपके मना करने पर भी आप गिफ्ट लेने के लिए तैयार हो जाते एवं गिफ्ट का पार्सल भेजने की रसीद भी आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेज देता है जो कि फर्जी होती है|
जालसाज व्यक्ति पर विश्वास पक्का होने पर वह आपसे रूपयें एठने के उद्देशय से अपने आपको भारत का कस्टम अधिकारी बताते हुए फर्जी फोन करेगा और आपको जानकारी देगा कि विदेश से पार्सल आया है, जिसमें बहुत कीमती सामान रखा है या विदेशी मुद्रा (डालर/ यूरो/ पाउंड ) है, जिसकी कीमत भारत में लाखों या करोड़ो रूपयें में बतायी जाएगी, जबकि कोई भी शासकीय विभाग ऐसी किसी भी तरह की प्रक्रिया के लिए फोन नही करता है|
अनजान व्यक्ति आपसे कस्टम अधिकारी बनकर उस पर्सल को छुड़वाने के एवज में टैक्स / जीएसटी/पेनल्टी भरने की मांग करेगा, न देने पर आपके विरूद्ध झूठी कानूनी कार्यवाही करने के नाम पर की धमकी भरे कॉल कर आपसे रूपयें भी एठ सकता है| जालसाज के द्वारा वर्चयूअल एपलीकेशन (VOIP CALL) या फेक नंबरो का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि व्हाटसएप कालिंग या सामान्य कॉल किये जाते है, ये फर्जी इंटरनेशनल कोड नंबर कुछ इस तरह आपको दिखाई देते है- +44——-, +31—– +46—– +92—– और यह नंबर भारत के भी हो सकते है जो कि फर्जी होते है|
जालसाज बंद इंश्यूरेंस पॉलिसी रिन्युअल करने के नाम पर प्रलोभन देकर किस्तों में आपसे रूपये ठगी कर सकता है| सुनिश्चित कर ले कि जालसाज के द्वारा जिस मोबाइल नंबर से कॉल किया गया है वह मोबाइल नंबर उसी इंश्यूरेंस कंपनी का है, अथवा नही|
अतः अनजान लोगो के द्वारा किए गए मोबाइल नंबरो की जांच कर ले तथा सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के पूर्व सुनिश्चित कर ले कि कही यह व्यक्ति फ्रॉड तो नही है, जो आपसे रूपयें की धोकाधड़ी करने के मकसद से फोन किया है, किसी भी तरह की निजी जानकारी देने से बचे, इस बाबत सतर्कता बरते|
रिपोर्ट : कमल चौहान