इंडो नेपाल बॉर्डर रुपईडीहा पर दीवाली, छठ पूजा व भाई टीका के बाद नित्य हजारों की संख्या मे नेपाली कामगार भारत लौट रहे है। भारत मे कोरोना भयावह हो चला है। इसके पूर्व भारत नेपाल के बीच आने जाने वालों का कोविड परीक्षण किया जाता था। नेपाली थाना जमुनहां पर स्वास्थ्य चैकी व रूपईडीहा बीओपी के सामने कोविड जांच चैकी बनायी गयी थी। परन्तु अब नेपाल से आ रही भीड़ बेकाबू हो गयी है।
कस्बे से दर्जनों रोडवेज व प्राइवेट बसे इन नेपाली नागरिकों को गुजरात, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व छत्तीसगढ़ आदि प्रांतो के विभिन्न शहरों मे ढोकर ले जा रहे है। इनमे कुछ लोग तो मार्च माह से नेपाल के लौटने वाले नागरिक है। नेपाल मे रोजी रोटी के लिए तरश रहे कुछ नये नेपाली कामगार भी है। बार्डर पर इनकी कोई जांच न होने से कोविड का खतरा भारत मे बढ़ रहा है। गुजरात व दिल्ली पूर्ण रूपेण प्रभावित हो चुके है। रोडवेज बस स्टैण्ड सहित कस्बे मे कई स्थानों पर मेले जैसे दृश्य है। सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ रही है। हजारों की संख्या मे नेपाली नागरिक बेखौफ बिना मास्क के घूमते देखे जा रहे है। प्रदेश सरकार की मास्क प्रयोग को लेकर जारी की गयी गाइडलाइन कस्बे मे बेअसर हो गयी है।
इसलिए क्षेत्र मे कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है। कोई भी जिम्मेदार एजेंसी इस भयावह स्थिति से आंख फेरे हुए है। आगे जनता क्या करें अगर यही हाल रहा तो सीमा क्षेत्र को दिल्ली बनने से कोई नही रोक सकता
रिपोर्ट -रईस