मुंबइ। बृहन्मुंबई नगर पालिका की ओर से संचालित लोकमान्य तिलक जनरल अस्पताल (सायन अस्पताल) के सहायक डीन डॉक्टर राकेश वर्मा को पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) मेडिकल कोर्स के लिए 50 लाख रुपये की राशि पर सीट सुरक्षित रखने और 21 लाख रुपये अग्रिम रूप से लेने के मामले में पुलिस ने गिरफतार कर लिया।
अस्पताल के डीन डॉक्टर मोहन जोशी ने गुरुवार को कहा कि डॉक्टर वर्मा सायन अस्पताल में सहायक डीन के रूप में करते हैं और इस मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है, इसलिए मैं (डीन) इस मामले में अधिक टिप्पणी नहीं कर सकता।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मध्य प्रदेश के मंदसौर की युवा डाॅक्टर अलीसा ए शेख (28) ने शिकायत दर्ज करायी थी कि डाॅ. वर्मा ने पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) मेडिकल कोर्स में दाखिला दिलाने के लिए उससे 50 लाख रुपये की मांग की थी।
पुलिस जांच के अनुसार शिकायतकर्ता ने आरोपी के कार्पोरेशन बैंक खाते में 21.10 लाख रुपये जमा किये थे। पुलिस उपायुक्त विजय पाटिल ने कहा कि आरोपी ने शिकायतकर्ता से 50 लाख रुपये लेने की बात कबूल की है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने इस तरह से कितने अन्य लोगों से रुपये ऐंठे हैं।
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उन्होंने कहा कि आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया लेकिन बीमार होने के कारण उसे सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है और ठीक होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया जायेगा।
वार्ता