कटरा बाजार(गोण्डा):- गरीबों के हित मे दिया गया सरकारी दिशा निर्देश को ताक पर रख कोटेदार चला रहे अपना कानून। आये दिन अखबारों की शुर्खियाँ रहने वाली खबरों पर ज़िम्मेदारों द्वारा संज्ञान न लिए जाने से निरंकुश कोटेदार छीन रहे गरीबों के मुह का निवाला। गरीबों के प्रति शासन प्रशासन द्वारा बड़े बड़े दावे तो जरूर किये जाते हैं परंतु जमीनी हकीकत कुछ औऱ ही है। मामला विकास खंड कटरा बाजार नारायनपुर कला का है जहां दबंग कोटेदार ऊदल सिंह से गरीब लाभार्थी बेहाल हैं। महामारी का दंश झेल रहे गरीब परिवार को जिल्लत का सामना भी करना पड़ रहा है। विभागीय सरंक्षण प्राप्त कोटेदार बेखौफ होकर दबंगई व मनमाने ढंग से अनाज वितरण का कार्य करता है। लगभग डेढ़ दर्जन राशन लाभार्थियों ने एकत्रित होकर उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कोटेदार पर संगीन आरोप लगाया है। लाभार्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा दिए गए आदेश को दरकिनार कर कोटेदार ने अंत्योदय व मनरेगा मज़दूरों से पैसा लेकर राशन वितरण किया था। तथा दबंग कोटेदार घटतौली के बाद भी प्रति यूनिट एक किलो राशन कम देता है विरोध करने पर यह कहता है कि हमे गोदाम से ही गल्ला कम मिलता है तो सबको सम्पूर्ण गल्ला कैसे दे सकता हूँ। लाभार्थियों ने आरोप लगाया कि गल्ले की दुकान पर कोटेदार आराम से यह कहकर बैठा रहता है की सरवर काम नही कर रहा है। तथा कभी कभी गाली गलौज व मारपीट पर उतारू हो जाता है। लाभार्थियों ने उपजिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए कहा कि मौके की जांच कर दबंग कोटेदार के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। उपजिलाधिकारी ज्ञान चंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रार्थना पत्र मिला है जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्ट :- रण विजय सिंह