बाँदा। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिला ग्राम्य विकास संस्थान बड़ोखर खुर्द में आंतरिक प्रोफेशनल रिसोर्स पर्सन (IPRP) का दस दिवसीयआवासीय प्रशिक्षण का आज रविवार को समापन हुआ। प्रशिक्षण एनआरएलएम डिप्टी कमिश्नर कृष्ण करुणाकर पांडेय के मार्गदर्शन में हुआ। दस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान आईपीआरपी के क्या क्या कार्य है उसके बारे में जानकारी दी गई। बाराबंकी से आए डीआरपी आरपी सिंह ने कहा कि क्लस्टर स्तर के रिसोर्स पर्सन है अच्छे से प्रशिक्षण लेकर अपने समूह ग्राम संगठन एवं सीएलएफ को मजबूत करना है जिससे कि मिशन से जुड़े सभी गरीब परिवारों की आर्थिक व सामाजिक बदलाव हो सके। डीआरपी हनीफ खान ने कहा कि समूह गठन एवं निष्क्रीय समूहों को सक्रिय बनाना है। दीदियों को सूक्ष्म ऋण योजना, रिवाल्विंग फंड और समुदायिक काडर को सहयोग करने की जानकारी दी।
आईपीआरपी रेखा पटेल ने समूहों के खाता खुलवाने, बैंक लिंकेज, ग्राम संगठन और संकुल स्तरीय संघ का मासिक प्रतिवेदन भरे जाने के बारे में जानकारी दी। दीदियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान एक दिवसीय नरैनी ब्लाक बुलंद सीएलएफ का भ्रमण कराया गया। सीएलएफ के अंतर्गत किये जा रहे कार्य के बारे में जाना। दीदियों ने सीएलएफ के अंतर्गत दाल यूनिट प्रोसेसिंग को देखा। इसके बाद कालिंजर दुर्ग का भ्रमण कराया गया।
प्रशिक्षण में बाँदा जनपद की 3 दीदी, चित्रकूट जिले से 21 दीदी, हमीरपुर जिले से 10 दीदियों ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और बैग व यात्रा भत्ता वितरण किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ प्रशिक्षक किरन जैन, डीआरपी अशोक राज मौजूद रहे।
रिपोर्ट :- शिवम सिंह