आगरा : बीते शनिवार आगरा में एक कंपनी के गोडाउन से हुई 11 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। लूट करने वाले संदिग्ध वहां काम करने वाले वर्कर की बाइक भी ले भागे थे। पुलिस की क्राइम ब्रांच व सिकंदरा थाने की संयुक्त टीम ने महज कुछ घंटों में ही आरोपियों की पड़ताल कर उनको धर दबोचा।इस घटना के होते ही पुलिस तुरंत एक्शन में आई और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद आगरा द्वारा दिए गए निर्देश अनुसार पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन में सहायक पुलिस अधीक्षक व क्षेत्र अधिकारी हरी पर्वत के सफल परीक्षण में कई टीमों का गठन किया गया।
पुलिस ने घटना की छानबीन करते हुए रविवार की मध्य रात्रि उपरोक्त घटना के अनावरण हेतु कड़ी चेकिंग लगा रखी थी। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि हिंदुस्तान लीवर के गोदाम में डिस्ट्रीब्यूटर से लूट करने वाला आरोपी आगरा से मथुरा भागने की फिराक में है यदि जल्दी की जाए तो गिरफ्तार किया जा सकता है। सूचना मिलने पर पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए योजना बनाकर अभियुक्त के जाने वाले रास्ते बायपास रोड सुनारी चौराहे पर टीमों द्वारा अलग अलग होकर चैटिंग करना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक आदमी बाइक से आता देखा तो पुलिस को रोकने का इशारा किया। तो आरोपी हड़बड़ाहट में गाड़ी मोड़ कर भागने लगा जिससे उसकी गाड़ी फिसल कर गिर गई अभियुक्त द्वारा भागते हुए टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग भी की गई पुलिस टीम द्वारा अपना बचाव करते हुए अभियुक्त का पीछा किया गया अभियुक्त द्वारा लगातार की जा रही फायरिंग से पुलिस टीम द्वारा अपना बचाव करते हुए साहसिक कदम उठाकर फायरिंग की गई आरोपी के गोली लगी वह गिर गया। पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर अस्पताल भेज दिया है।
पुलिस ने जब गिरफ्तार अभियुक्त आकाश गुप्ता से पूछताछ की तो उसने बताया कि मैंने अपने साथी यीशु साहू पुत्र दिनेश साहू निवासी रनिया कानपुर देहात के साथ मिलकर लॉयड्स कॉलोनी में हिंदुस्तान युनिलीवर के गोदाम में लूट की वारदात को अंजाम दिया था मै करीब 3 वर्ष पूर्व इस कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य कर रहा था और मुझे पूरी इस गोदाम की जानकारी थी। जिससे मैंने यह पूरी घटना का षड्यंत्र रचा।
फिलहाल पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है और दूसरे आरोपी की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है।