आजमगढ़: भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण ने बीजेपी सरकार को कानून व्यवस्था, किसानों, दलितों के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि दलितों दमन चरम पर है और माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है। पंचायत व विधानसभा के चुनाव को मजबूती से लड़ने की बात कही। गठबंधन के सवाल को कार्यकर्ताओं की मर्जी पर छोड़ने की बात कही। इससे पूर्व चंद्रशेखर के कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने के प्रयास में भीम आर्मी के लोगों की पुलिस से झड़प भी हुई और खूब हंगामा भी मचा।
आजाद ने बताया कि पिछले दिनों जनपद के बांस गांव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या हुई थी और मारने के बाद बदमाश लाश के पड़े होने की बात कह कर गए जिससे बदमाशों के हौसले कितने बुलन्द समझा जा सकता है। इसके बाद परिवार के सदस्यों व बाल बच्चों के लालन पालन कैसे होगा यह भी नहीं समझा गया। उल्टे भीम आर्मी के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आवाज़ दबाने की कोशिश की गई। परिवार की समस्या को लेकर ही प्रशासन से मिलना चाहते थे लेकिन उनको रोकने की कोशिश की गई। इस घटना के एक महीने में भी 39 दलितों के खिलाफ अत्याचार हुए। केवल माफियाओं व अपराधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। अधिकारी निरंकुश हैं।
उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश हो रही है। किसानों पर चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी बातों को नहीं सुना जा रहा है। किसानों के बेटे ही फ़ौजी बन कर देश की सुरक्षा कर रहे हैं। बलात्कार की घटना लगातार बढ़ रही है। हाथरस के मामले में आरोपियों के बचाने को और डीएम एसपी की भूमिका को लोगों ने देखा। जो भी आवाज़ उठा रहा है उसको किसी न किसी तरह से दबा दिया जा रहा है।
शैलेन्द्र शर्मा आजमगढ़