खरगोन। शासन के निर्देशानुसार शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की दिशा में गुरूवार को खरगोन शहर में एसडीएम सत्येंद्रसिंह के नेतृत्व में एक ही स्थान पर की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है। राजस्व, पुलिस और नगर पालिका द्वारा इस कार्यवाही में न सिर्फ आरसीसी से बने पक्के भवन को मुक्त कराया गया, बल्कि निजी कृषि भूमि को डरा-धमकाकर कब्जे वाली भूमि को भी मुक्त कराया।
एसडीएम सिंह ने बताया कि 20 वर्षों से मोतीपुरा स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर की शासकीय भूमि पर परशुराम यादव द्वारा अतिक्रमण किया गया था। इस स्कूल परिसर में प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय दोनों संचालित है, लेकिन अतिक्रमण के कारण स्कूल अन्यत्र भवन में संचालित हो रही है। एसडीएम सिंह ने बताया कि परशुराम यादव द्वारा इस क्षेत्र में वृद्धाश्रम के लिए कुछ निर्माण कार्य किया गया था, जिसे आज ध्वस्त कर शासकीय भूमि खाली कराई गई। कार्यवाही के दौरान एसडीओपी रोहितसिंह अलावा, थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले, नायब तहसीलदार मुकेश निगम, बीआरसी सहित राजस्व विभाग एवं नपा का अमला मौजूद रहा।
निजी कृषि भूमि से कब्जा हटाया
3 विभागों द्वारा संयुक्त रूप से की गई कार्यवाही में एसडीएम सिंह ने कहा कि परशुराम ने शासकीय भूमि खसरा नंबर 664 पर 120 बाय 30 क्षेत्र में आवासीय भवन बना रखा था। साथ ही यहां पशुघर, भूसा भरने के लिए गोडाउन के अलावा 50 बाय 50 का टीन शेड और 50 बाय 50 के क्षेत्र में छत स्तर तक का पक्का निर्माण कार्य किया गया था। इसके अलावा खसरा नंबर 665 की बालकृष्ण सांगले की निजी भूमि साढ़े बारह एकड़ पर परशुराम द्वारा कब्जा किया गया था। डर के कारण बालकृष्ण अपने काम में यह भूमि नहीं ले पा रहे थे। तहसीलदार आरसी खतेड़िया ने बताया कि बालकृष्ण सांगले को सूचित कर दिया गया है। तहसील कार्यालय में दावे की कार्यवाही के लिए आवेदन करने पर उचित व ठोस कार्यवाही की जाएगी। तहसीलदार श्री खतेड़िया ने यह भी बताया कि हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में परशुराम द्वारा नर्मदा मंदिर के नाम से निर्माण करना पाया गया, लेकिन वहां किसी तरह की मूर्ति स्थापित नहीं की गई है। इसकी विधिवत वीडियोग्राफी करवाई गई है।
रिपोर्ट : देवेंद्र मोरे