मेलबर्न: कप्तान अजिंक्या रहाणे (नाबाद 104) के कप्तानी की जिम्मेदारी भरे शतक और उनकी आलराउंडर रवींद्र जडेजा (नाबाद 40) के साथ छठे विकेट के लिए 104 रन की अविजित साझेदारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन रविवार को पांच विकेट पर 277 रन बनाकर पहली पारी में 82 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली।
रहाणे ने अपने करियर का 12वां और कप्तान के रूप में अपना पहला शतक बनाया। रहाणे का कप्तान के रूप में यह तीसरा टेस्ट है और यह शतक ऐसे समय आया है जब भारत को इसकी सख्त जरूरत थी। भारत पहला टेस्ट हार गया था, एडिलेड में उसकी दूसरी पारी उसके न्यूनतम 36 रन के स्कोर पर लुढ़क गयी थी और नियमित कप्तान विराट कोहली जनवरी में अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण स्वदेश लौट गए थे।
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32 वर्षीय रहाणे ने ऐसी विषम परिस्थितियों में एक योद्धा की तरह मोर्चा संभाल कर शतकीय पारी खेली। रहाणे ने पैट कमिंस पर चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया। रहाणे के शतक पूरा करते ही पूरे भारतीय खेमे में सभी ने अपनी जगह खड़े होकर अपने कप्तान की इस बेहतरीन पारी का तालियां बजाते हुए स्वागत किया।
जीवनदान का उठाया फायदा
रहाणे को हालांकि अपने शतक में दो जीवनदान भी मिले लेकिन इन्हें छोड़ दिया जाए तो इस शतक को विदेशी जमीन पर भारत के बेहतरीन शतकों में शुमार किया जाएगा। स्टंप्स तक रहाणे 200 गेंदों पर नाबाद 104 रन में 12 शानदार चौके लगा चुके हैं। उनके साथ जडेजा 104 गेंदों में एक चौके की मदद से 40 रन बनाकर क्रीज पर हैं। दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 194 गेंदों में 104 रन की अविजित साझेदारी हो चुकी है।
भारत की पहली पारी में युवा ओपनर शुभमन गिल ने 45, चेतेश्वर पुजारा ने 17, हनुमा विहारी ने 21 और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने 29 रन बनाये। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस ने दो-दो विकेट लिए जबकि नाथन लियोन ने एक विकेट लिया।