भीषण मंहगाई से कराह रही आम जनता पर केन्द्र सरकार के इशारे पर गैस कम्पनियो ने सप्ताह भी नहीं बीता और पचास रूपये प्रति गैस सिलेन्डर और बढ़ाकर बोझ डालने का काम किया है। एक सप्ताह में एक सौ रूपये बढ़ा कर सरकार अच्छे दिन लाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती । डीजल, पेट्रोल पर रोज दामो में बढ़ौतरी होने से उसका सीधा असर बाजार पर पड़ रहा है। जिसके फलस्वरूप फल, खाद्य तेल, दाले, चाय की पत्ती, बनस्पति एवं रिफाइड तेलो के साथ-साथ आटा चावल भी खासा महंगा हो गया है। आलू की आवक शुरू हो जाने से उसके दाम 60 और 80 से 20 रूपये पर आ जाने से आमजन ने राहत की सांस ली है।
कांग्रेस शासन में बाबा रामदेव से लेकर गृहमंत्री और प्रधानमंत्री तक गैस, पेट्रोल और डीजल को मंहगा बताकर खूब हो-हल्ला काटा करते थे। परन्तु आज पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे है। और सरकार सो रही है अभी एक सप्ताह भी नहीं बीता था कि रसोई गैस पर अचानक 50 रूपयो की बढ़ौतरी कर उपभोक्ताओ को करारा झटका दिया था। अचानक गैस मूल्यो में हुई बढ़ौतरी के लगे करारे झटके से जनता उबर भी नहीं पायी थी कि गत रात में फिर अचानक गैस पर 50 रूपये बढ़ा कर इस बार फिर सरकार की सहमति पाकर गैस कम्पनियो उपभोक्ताओ को 440 बोल्ट का करारा झटका दिया है।
जिससे उपभोक्ताओ में मध्यवर्गी एवं गरीब जनता की रीढ़ तोड़ दी है। भीषण महगाई की मार से जूझ रही गरीब एवं मध्यवर्गी जनता को अब ‘‘अच्छे दिन’’ याद आने लगे है। खाद्य तेल, वनस्पति, दाले, आटा, चावल एवं मिर्च मसालो के ही नहीं चाय की पत्ती की महंगाई से पहले ही आमजन कराह रहा था कि सरकार ने गैस मूल्यो में बढ़ौतरी कर जनता को भुखमरी की ओर धकेलने का पूरा बंदोबस्त कर रही है। गैस मूल्य में पांच दिन में सौ रूपये की बढ़ौतरी किये जाने पर अतुल कुमार गौतम, गया प्रसाद, राकेश कुमार, मनोज , अनवर हुसैन, सलीम अंसारी , आफताब आलम, इकबाल अहमद, मो0 यूसुफ, ज्ञान प्रकाश, रामजीवन, विक्रमादित्य , मलकीत सिंह, चरण सिंह सहित तमाम लोगो ने इस गैस मूल्य वृद्धि पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हर रोज महंगाई बढ़ रही है, किसान की उपज जब उसके खेत और घर तक होती है तो रेट धरातल पर होता है जैसे ही अन्नदाता की फसल सेठो के भण्डारो में जाती है रेट बढ़ जाता है। इस समय गेहूं, चावल, दाले, तेल के दाम आसमान छू रहे है। ऐसी कमर तोड़ महंगाई में गैस के दाम बढ़ाकर सरकार ने गरीबो एवं मध्यवर्गी जनता का कोई ध्यान नहीं रखा।कोरोना ने तो पहले ही लोगों की कमर तोड़ रखी है ऊपर से यह महंगाई ।
रिपोर्ट-गोविन्द कुमार