कानपुर। नवनियुक्त केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल के एक्शन से फाइलों को लटकाने वाले अफसर और बाबुओ की नींद उड़ गयी है। बुधवार को उन्होनें औचक निरीक्षण करके हर एक पटल पर जाकर अफसरों, कर्मचारियो से उनके कार्यो की जानकारी ली और पेडिंग कार्यो को देखा तो अफसर बंगले झांकने लगे। इस दौरान कहा कि आखिर काम क्यों रुक रहे हैं, तो अधिकारी जवाब नहीं दे पाए।
उन्होंने केडीए में आए हुए लोगों से एक-एक कर समस्या पूछी और आवेदन लिए। जिसको पढ़ने के बाद संबंधित अधिकारियों से समय बद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिए। मदन सिंह गर्ब्याल ने सोमवार को केडीए वीसी के पद पर ज्वाइन किया है। दो दिनों में उनके पास सैकड़ों की संख्या में समस्याएं आ गई है। सुबह से शाम तक लोग अपने काम कराने के लिए एकत्र हो रहे हैं।
एक साथ इतनी समस्याओं के पेंडिंग पड़े होने के पीछे का कारण जानने के लिये उन्होंने अधिकारियों के साथ संक्षिप्त बैठक भी की। नामांतरण के लिये कैंप लगता है लेकिन, इस बार आचार संहिता को देखते हुये इसका आयोजन नहीं किया गया। फिर भी बड़ी संख्या में नामांतरण के आवेदन के लिये लोग केडीए पहुंचे। केडीए उपाध्यक्ष को जब इसकी जानकारी हुई तो आवेदकों को स्वयं ही बुलाकर उन्होंने समस्याओं को पूछा और आवेदन लिये।
मदन सिंह ने बताया कि अभी मैं केडीए की कार्यप्रणाली को समझ रहा हूं। जो भी समस्याएं हैं उसका आंकलन कर रहा हूं। आम जनता का काम न रुके, उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए यह मेरी प्राथमिकता है। केडीए की ओर से लांच रुकी योजनाओं को भी पटरी पर जल्द लाएंगे। फाइलों को बेवजह लटकाने वालों पर चुनाव बाद कार्यवाही के संकेत दिये।