कभी एक दुसरे से घनिष्ठ मित्र राष्ट रहे इज़राइल औरा ईरान आज एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन चुके है। दन दोनों देशों के बीच सुलग रहे जंग की चिंगारी पूरी दुनिया को जलाकर राख कर सकती है। हाल ही में ईरान के जवाबी हमले के बाद इजरायल की युद्ध कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें ईरान की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।
दुनिया भर से इजरायल को संयम बरतने की सलाह के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वार कैबिनेट की बैठक की, जिसमें ईरान को करारा जवाब देने पर सहमति बनी है। इजरायली सेना के लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने कहा कि हम अपने कदम बढ़ा रहे हैं। और इजरायल क्षेत्र में इतनी सारी मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों, यूएवी के प्रक्षेपण का जवाब दिया जाएगा।
इज़राइल की प्रतिक्रिया का देगें और कड़ जवाब
इस बीच ईरान ने भी कहा है कि सीरिया में हमारे दूतावास पर 1 अप्रैल को इजराइल के हमले के बाद हमने जवाबी कार्रवाई की थी। ईरान के अधिकारियों ने कहा कि अब हम इस मामले में बंद मानते हैं, लेकिन यदि इजरायली सेना हमला करती है तो हम फिर कठोर जवाब देंगे। गौरतलब है कि सीरिया की राजधानी दमिश्क में 1 अप्रैल को ईरानी दूतावास पर इजरायल के हमले में 7 सैन्य अधिकारियों की मौत के बाद ईरान और इजरायल में तनाव बढ़ गया है।
दुनिया ने की शांति की अपील, नहीं मान रहा इजरायल
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका सहित दुनियाभर के देश इजरायल से शांति की अपील कर रहे हैं, लेकिन इजरायल मानने को तैयार नहीं है, वहीं ईरान की बड़े हमले की धमकी दे रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि अब “युद्ध के कगार से पीछे हटने” का समय आ गया है, क्योंकि विश्व नेताओं ने संयम बरतने का आग्रह किया है। राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ईरान पर नए हमले शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ईरान के खिलाफ किसी भी आक्रामक कार्रवाई में भाग नहीं लेगा।