हिंदी विभाग राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण चमोली उत्तराखंड एवं उत्तराखंड भाषा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में द्वि दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ12 नवंबर को महाविद्यालय के सभागार में हुआ। संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में डॉ .स्नेह ठाकुर (कनाडा) डॉ तरूण कुमार (अमेरिका) डॉ मलखान सिंह (जे.एन.यू) डॉ जया वर्मा (अमेरिका) एवं उत्तराखंड भाषा संस्थान के उपनिदेशक सुश्री जसविंदर कौर उद्वाघाटन सत्र में मंचासीन रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ के एन बरमोला ने किया। उद्घाटन सत्र का संचालन विप्लव कुमार एवं द्वितीय सत्र का पुत्र दीपक द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। संगोष्ठी संयोजक डॉ गिरजेश कुमार ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र से किया।
इस संगोष्ठी में पाश्चात्य वैचारिकी के विभिन्न रूपों पर आमंत्रित वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।
तृतीय सत्र में आमंत्रित वक्ताओं में डॉ अनीता कपूर प्रवासी साहित्यकार (अमेरिका) डॉ गंगा सहाय मीणा (जे.एन.यू.) डॉ अभिषेक दूबे(गोरखपुर विश्वविद्यालय) डॉ.अरविंद मिश्रा (इ.वि.वि.) ने पाश्चात्य काव्य शास्त्र के सिद्धांत एवं उसका हिंदी साहित्य में प्रभाव पर अपने वक्तव्य दिये ।
इस अवसर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, पाटली पुत्र विश्वविद्यालय , इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं उत्तराखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये प्राध्यापक एवं शोधार्थियों ने अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी ।