रूपईडीहा (बहराइच) :- उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बदमाशों की गोली का शिकार हुए पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस घटना को लेकर रूपईडीहा के पत्रकार समुदाय में गहरा रोष है। पत्रकारों ने सेंट्रल बैंक चौराहा के पास पत्रकार रईस के दुकान पर 2 मिनट मौन रखकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की मांग करते हुए पुलिस की नाकामी के खिलाफ विरोध जताया। पत्रकारों ने दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है और हत्यारों को सख्त सजा दिलाने की भी मांग की है ।
पत्रकार पर हमला संविधान के चौथे स्तंभ पर हमला है ऐसे व्यक्तियों का स्थान फांसी के सिवा कुछ नहीं केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार को पत्रकारों के जानमाल की रक्षा के लिए कड़ा कदम उठाना पड़ेगा तभी ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है ।
पत्रकार संविधान एवं लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, जनता और शासन के बीच की महत्वूर्ण कड़ी होता है अगर उस पर हमला होता है तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे की बात हो जाती है पत्रकार पर हमला राष्ट्रद्रोह के समकक्ष है भारतवर्ष में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और पत्रकार जान हथेली पर रखकर कवरेज कर रहा है लेकिन सरकार ने पत्रकारों को कोरोना वारियर्स की श्रेणी में नहीं रखा है अब अगर इस महामारी में किसी पत्रकार की मौत हो जाती है तो सरकार की तरफ से मिलने वाली कोरोना वारियर्स को जो सुविधाएं मिल सकती है वो पत्रकार को नहीं मिल पाएगी ।
शोक सभा में वरिष्ठ पत्रकार मनीराम शर्मा, रईस अहमद, सुरेंद्र कुमार, संजय कुमार, रजा इमाम रिजवी, मोहम्मद अरशद, नबी अहमद, राम जी सोनी, शेर सिंह कसौधन, श्याम मिश्रा, नीरज बरनवाल उपस्थित रहे ।
रिपोर्ट -रईस अहमद