कानपुर। रेलवे में लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान जीआरपी कानपुर सेंट्रल को बड़ी सफलता मिली है। अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे प्रकाश डी और पुलिस महानिरीक्षक रेलवे मोदक राजेश डी. राव के निर्देशन तथा पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज प्रशांत वर्मा की निरंतर मॉनिटरिंग में यह महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई।
पुलिस उपाधीक्षक रेलवे कानपुर सेंट्रल दुष्यंत कुमार सिंह के निकट पर्यवेक्षण और थाना जीआरपी प्रभारी निरीक्षक ओम नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एक शातिर और वांछित अपराधी सूरज धानुक को गिरफ्तार कर लिया।
टीम ने चेकिंग के दौरान कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के हेरिशगंज पुल से टाटमिल चौराहा की तरफ जाने वाले मार्ग पर अभियुक्त को घेरा। भागने की कोशिश कर रहे सूरज धानुक (उम्र 40 वर्ष, निवासी हरबंश मोहाल, कानपुर) को आवश्यक बल प्रयोग कर मौके पर धर दबोचा गया।
अभियुक्त दो मुकदमों में काफी समय से वांछित था। पूछताछ में उसने बताया कि वह प्लेटफॉर्म और आउटर लोकेशंस पर छिपकर बैठता था और खिड़की या दरवाजे के पास बैठे यात्रियों के मोबाइल व अन्य कीमती सामान को चोरी या छीन लेता था।
जीआरपी ने उसके कब्जे से दो चोरी के कीमती मोबाइल फोन, जिनमें एक सैमसंग और एक रियलमी का है, बरामद किए हैं। बरामद मोबाइल की कुल कीमत लगभग ₹1,10,000 से अधिक बताई जा रही है।
जांच में पता चला कि सूरज धानुक का अपराधिक इतिहास लंबा और गंभीर है। वह वर्तमान में मु0अ0सं0 223/25 और मु0अ0सं0 379/25 में वांछित था। इसके अलावा उसके खिलाफ जीआरपी कानपुर सेंट्रल में एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट, चोरी और नकबजनी के कुल 11 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
अभियुक्त के खिलाफ अब आगे की विधिक कार्यवाही जारी है।
इस पूरी कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक ओम नारायण सिंह के साथ उपनिरीक्षक जितेन्द्र सिंह यादव, सुनील कुमार, अजीत प्रताप, हेड कांस्टेबल वैश खान, हरिपाल यादव, सुहैल खान तथा अमित कुमार सिंह शामिल रहे। इसके अतिरिक्त सर्विलांस सेल प्रयागराज से उप-निरीक्षक राधामोहन और कांस्टेबल शिव प्रताप ने भी महत्वपूर्ण सहयोग दिया।